दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता कविता दलाल को एमएई यंग क्लासिक में स्पर्धा के लिए चुना गया है और वह डब्ल्यूडब्ल्यूई के इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। वल्र्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) ने गुरुवार को इसकी घोषणा की।
इस साल अप्रैल में कविता ने डब्ल्यूडब्ल्यूई दुबई ट्राईआउट में हिस्सा लिया था और अपने मजबूत प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
कविता अब डब्ल्यूडब्ल्यूई में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर एक नया इतिहास रचेंगी। वह इस स्पर्धा में 31 शीर्ष प्रतिस्पर्धियों से मुकाबला करेंगी।
इस अवसर के बारे में कविता ने कहा, “मैं डब्ल्यूडब्ल्यूई के महिला टूर्नामेंट में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनकर गर्व महसूस कर रही हूं। आशा है कि मैं इस मंच का इस्तेमाल अन्य महिलाओं को प्रेरित करने के लिए करूं।”
डब्ल्यूडब्ल्यूई के मेई यंग क्लासिक टूर्नामेंट का आयोजन 13-14 जुलाई को फ्लोरीडा के ओरलैंडो के फुल सेल लाइव में होगा।
कौन है कविता दलाल
यह वही कविता दलाल है जिन्होंने कॉन्टिनेंटल रेसलिंग एंटरटेनमेंट (CWE) की रिंग में उतरकर अपनी पहली ही फाइट में नेशनल रेस्लर बुलबुल को रिंग में चित कर दिया था। इसके बाद कविता सुर्खियों में आ गई थीं। CWE में धूम मचाने के साथ ही कविता को बिग बॉस हाउस में जाने का भी न्यौता मिल चुका है। नेशनल लेवल पर 9 साल तक वेट लिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाली कविता का सपना खली की तरह WWE में तिरंगा लहराना है।
WWE की रिंग में अपना परचम लहराने के लिए कविता जालंधर में खली की अकैडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं। इसके लिए वो कड़ी मेहनत कर रही हैं। रोजाना 8 घंटे वहां मेहनत करने वाली कविता शादीशुदा भी हैं। घर और काम को वो बखूबी संभाल रहे हैं। जींद के मालवी गांव की रहने वाली कविता जुलना के सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12 तक पढ़ी हैं। इसके बाद 2004 उन्होंने लखनऊ में अपनी रेस्लिंग की ट्रेनिंग शुरू की। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी और साल 2005 में बीए की पूरी कर ली।
पढ़ाई और ट्रेनिंग के बाद 2008 में कविता ने बतौर कॉन्स्टेबल एसएसबी में नौकरी ज्वाइन की। नौकरी लगने के बाद साल 2009 में कविता ने बड़ौत के रहने वाले गौरव से शादी की। गौरव भी एसएसबी में कॉन्स्टेबल हैं और वॉलीबॉल के खिलाड़ी हैं। कविता ने शादी के बाद भी कभी रेस्लिंग के लिए अपने जुनून को पीछे नहीं छोड़ा। वह लगातार इसमें एक्टिव रहीं और इसमें आगे बढ़ने का सपना देख रही हैं।
