करुण नायर ने इंग्‍लैंड के खिलाफ चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया। उन्‍होंने नाबाद 303 रन की पारी खेली और अपने पहले ही टेस्‍ट शतक को तिहरे में बदलने वाले तीसरे क्रिकेटर बन गए। भारत की ओर से यह टेस्‍ट मैचों में तीसरा तिहरा शतक था। लेकिन जब भी करुण बल्‍लेबाजी करते हैं तो उनकी मां प्रेमा मैच नहीं देखती। उन्‍हें लगता है कि जब भी ऐसा होता है तो उनका बेटा जल्‍दी आउट हो जाता है। उनका कहना है कि मुंबई टेस्‍ट में जैसे ही उन्‍होंने टीवी चलाया करुण एलबीडब्‍ल्‍यू हो गए। इसके चलते उनके पति कलाधरन ने चेन्‍नई टेस्‍ट देखने जाने के लिए उन पर काफी दबाव डालकर मनाया। एमए चिदबंरम स्‍टेडियम में करुण ने अपनी मां को गलत साबित कर दिया और रिकॉर्डतोड़ पारी खेल डाली।

वीरेंद्र सहवाग के बाद वे दूसरे भारतीय बल्‍लेबाज हैं जिन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट में शतक लगाया है। रोचक बात है कि शुरुआत में करुण नायर चेन्‍नई टेस्‍ट के लिए भारतीय टीम का हिस्‍सा भी नहीं थे। उन्‍हें मोहाली टेस्‍ट में केएल राहुल के चोटिल होने के बाद लिया गया था। इसके बाद मुंबई टेस्‍ट में अजिंक्‍य रहाणे के चोटिल होने पर उन्‍हें बनाए रखा गया। लेकिन नायर के लिए क्रिकेटर बनने की कहानी इतनी भी आसान नहीं है। पांच महीने पहले 17 जुलाई को करुण केरल में अरुणमला मंदिर में ‘वल्‍ला संध्‍या’ के लिए गए थे। यह कार्यक्रम जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ सीरीज में डेब्‍यू के बाद भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए आयोजित किया गया था। उस समय स्‍नेक बोट में जा रहे थे तो नाव पलट गई थी। करुण तैरना नहीं जानते थे लेकिन फिर भी जैसे तैसे करके रेस्‍क्‍यू वाली जगह पहुंचे और बच गए। इस हादसे में कुछ लोगों को बचाया नहीं जा सका था। करुण जब सुरक्षित जगह पर पहुंचे तो उन्‍हें पता चला कि मरने वालों में उनके कुछ रिश्‍तेदार भी थे।

नायर परिवार के एक करीबी रिश्‍तेदार ने बताया, ”उस घटना ने करुण को हिला दिया और गहरा असर डाला। हम कोशिश करते हैं कि इस मामले को उसके सामने नहीं लाएं।” करुण स्‍वभाव से शर्मीले और संकोची हैं। वे किसी तरह की भावनाएं नहीं दिखाते। उनके पिता कलाधरन मैकेनिकल इं‍जीनियर हैं और बेंगलुरु के चिन्‍नास्‍वामी स्‍टेडियम के स्प्रिकंलर सिस्‍टम पर काम कर चुके हैं। उन्‍हें क्रिकेट का काफी शौक है। परिजनों ने बताया कि करुण का जन्‍म समय से पहले आठवें महीने में ही हो गया था। इसके चलते उनकी टांगें कमजोर थीं और डॉक्‍टर के कहने पर उन्‍हें स्‍पोर्ट में डाला गया।

उनकी मां प्रेमा के अनुसार, ”शुरुआत में वह गिर जाता था और रोता था। यहां तक कि जब वह क्रिकेट खेलने लगा था तब भी हम परेशान रहते थे।” केएल राहुल करुण के बचपन के दोस्‍त हैं। जब करुण ने तिहरा शतक लगाया तो प्रेमा नायर स्‍टेडियम में पति व अन्‍य रिश्‍तेदारों के साथ खड़ी होकर तालियां बजा रही थीं। खुशी के मारे उनकी आंखें भी बरस पड़ी थीं।