विशेषज्ञ कोच के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग की मांग पूरी होने के बाद भारत की युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने कहा कि वह सोमवार से यहां शुरू हो रही एशिया चैंपियनशिप में शारीरिक रूप से अधिक फिट और मानसिक रूप से मजबूत होकर उतरेंगी। ज्वाला ने कहा कि उन्हें और उनकी जोड़ीदार अश्विनी पोनप्पा को लगातार सहयोग की जरूरत है जो उन्हें विशेषज्ञ युगल कोच टेन किम हर के जरिए मिल रहा है। किम दुनिया की 13वें नंबर की इस जोड़ी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। ज्वाला ने कहा, ‘काफी अंतर आया है। मुझे लगता है कि इसे साफ देखा जा सकता है। मैं अब अधिक फिट हो गई हूं। कोई है जो ट्रेनिंंग पर नजर रख रहा है। वह (युगल कोच) मेरे ऊपर काफी ध्यान देते हैं। हमें इसी तरह के ध्यान की जरूरत थी जिसके बारे में मैं कई वर्षों से कह रही हूं। अब अंतर देख सकते हैं।’
महान खिलाड़ियों गीत सेठी और प्रकाश पादुकोण द्वारा गठित की गई गैर लाभकारी संस्था ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट (ओजीक्यू) से मिल रहे सहयोग की भी ज्वाला ने तारीफ की। ओजीक्यू भारत में कई खिलाड़ियों का समर्थन कर रहा है। ज्वाला ने कहा, ‘अश्विनी और मैं, हम हमेशा करीब (शीर्ष के) रहे। बात सिर्फ इतनी थी कि हमें लगातार सहयोग की जरूरत थी जो अब हमें मिल रहा है। कोच हमारे साथ है। ओजीक्यू हमारे साथ है। इससे हमें राहत मिलती है। आपको कई चीजों के बारे में परेशान नहीं होना होता जो हमें परेशान करती थी।’
ज्वाला ने कहा कि कोर्ट में उनकी मूवमेंट में भी सुधार आया है। उन्होंने कहा, ‘तकनीकी तौर पर मैं बुरी नहीं हूं। मुझे मुख्य रूप से अपनी फिटनेस और कोर्ट कवरेज पर काम करना था। कोच ने मुझे पूरे कोर्ट पर मूव करने के बारे में बताया। मैं अब सिर्फ कोर्ट में आगे की तरफ नहीं खेलती। मुझे अब भी अपने प्रदर्शन में निरंतरता पर काम करना होगा।’
इस स्टार खिलाड़ी ने कहा, ‘काफी सुधार हुआ है, जब आप शारीरिक रूप से अधिक फिट होते हो और मानसिक रूप से अधिक सतर्क और आश्वस्त होते हो तो फर्क पड़ता है। अब मुझे अपनी मूवमेंट को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब मैं स्वत: ही मूव करती हूं क्योंकि मेरा वजन कम हुआ है।’
ज्वाला ने कहा कि सोमवार से यहां शुरू हो रही बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप उन्हें ओलंपिक के लिए तैयारी में मदद करेगी। भारतीय महिलाओं को चैंपियनशिप में सिंगापुर और जापान की खिलाड़ियों का सामना करना है और ज्वाला ने कहा कि उन्होंने और उनकी साथियों ने जापान के खिलाफ हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि अगर भारत की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट के लिए भी उपलब्ध नहीं रहती हैं तो टीम की राह आसान नहीं होगी। साइना फिटनेस मुद्दों के कारण दक्षिण एशियाई खेलों में भी नहीं खेल पाई थी।