ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर के मैनेजमेंट ग्रुप ने ट्विटर पर पोस्ट करके उनके इस फैसले की जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक पिछली शाम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ मीटिंग के बाद लैंगर ने यह फैसला लिया और उसे बोर्ड ने स्वीकार भी कर लिया।

क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के मुताबिक शुक्रवार रात जस्टिन लैंगर ने बोर्ड के साथ 7 घंटे तक मीटिंग की थी। सीए ने आगे बताया था कि जस्टिन लैंगर को शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाने का ऑफर दिया गया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने उसे रिजेक्ट कर दिया था। असिस्टेंट कोच एंड्रू मैकडोनाल्ड को अंतरिम कोच नियुक्त किया गया है।

बॉल टैम्परिंग कांड के बाद डैरेन लेहमन ने कोचिंग छोड़ दी थी और उनकी जगह जस्टिन लैंगर ने यह पद संभाला था। जस्टिन लैंगर बतौर कोच ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के साथ 2018 में जुड़े थे। उनका कार्यकाल काफी सफल रहा। उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया ने 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेला, 2021 टी20 वर्ल्ड कप जीता और एशेज में 4-0 से शानदार जीत हासिल की।

दरअसल पूरा मामला ये था कि सीए ने लैंगर को कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाने के लिए दोबारा एप्लिकेशन भेजने के लिए कहा था जिससे वह नाराज हो गए थे। शुक्रवार को लंबी मीटिंग के बाद उन्होंने यह बड़ा फैसला लिया। उनके इस फैसले को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्वीकार करने में भी कतई देरी नहीं की।

सीए के रवैये पर भड़के हेडन और पॉन्टिंग

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के इस रवैये से मैथ्यू हेडन और रिकी पॉन्टिंग नाराज दिखे। हेडन और पॉन्टिंग दोनों ने ABC रेडियो से बात की और सीए के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की। पॉन्टिंग बोले कि,’मुझे लगता है यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए दुखद दिन है। पिछले 6 महीनो में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह टिम पेन और लैंगर के केस को हैंडल किया वह शर्मनाक है।’

वहीं टेस्ट क्रिकेट में जस्टिन लैंगर के पार्टनर रहे मैथ्यू हेडन ने कहा कि,’यह बिल्कुल स्पष्ट है कि उन्हें किसी ने सपोर्ट नहीं किया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने उनके समर्थन में एक शब्द भी नहीं बोला। यह काफी दुखद है।’ दूसरी तरफ पॉन्टिंग ने पैट कमिंस की इस हालात में मुश्किल परिस्थिती की बात कही।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉक्ली ने अपने बयान में कहा कि,’पिछले 4 साल में जस्टिन ने ऑस्ट्रेलिया के शानदार और सफल कोच के तौर पर काम किया है। उन्होंनो दोबारा से टीम में विश्वास जगाया है और जीत की परंपरा को आगे बढ़ाया है। उनकी उपलब्धियों को लेकर हमें उन पर गर्व है और दुख भी है कि उन्होंने कोच के तौर पर हटने का फैसला लिया। लेकिन हम उस फैसले का सम्मान करते हैं और उन्हें भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं।’

इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि जस्टिन लैंगर का रिकॉर्ड बतौर ऑस्ट्रेलियाई कोच काफी शानदार रहा है। वह टेस्ट क्रिकेट में जॉन बुचनैन के बाद दूसरे सबसे सफल कोच हैं। उनका टेस्ट में सक्सेस रेट 55.5 प्रतिशत है। उनके नेतृत्व में पिछले महीने दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर पहुंची थी।