किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है कि वो अपने देश की तरफ से खेलते हुए वर्ल्डकप टीम का हिस्सा हो लेकिन अगर वो इसका हिस्सा न बन पाए तो इसका मलाल उसे जरूर होता है। खेल जगत की यही खूबी और कमी दोनों है कि यहां हर दिन आपका टेस्ट होता है, अगर आप मानकों के आधार पर प्रदर्शन पर करते हैं तो आप चर्चा में रहते हैं और लोगों के दिलों में भी लेकिन अगर आप उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते तो फिर आप टीम का भी हिस्सा नहीं बन पाते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज और 2015 में वर्ल्ड कप टीम के हीरो रहे जोस हेजलवुड की जिनकी जिंदगी में 2 साल में इतने बदलाव हुए कि वो इस बार अपनी टीम का हिस्सा भी नहीं हैं।

2017 की बात करें तो हेजलवुड का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की लिस्ट में शुमार था, लेकिन वक्त बदलता गया और अब 2019 के लिए ऑस्ट्रेलिया द्वारा घोषित 15 सदस्यीय टीम का वो हिस्सा नहीं हैं। इस बाबत क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू’ ने हेजलवुड के हवाले से बताया,”जाहिर तौर यह मेरे लिए बेहद निराशाजनक रहा। यह चार साल में एक बार आता है, मैं खुशनसीब था कि पिछली बार अपने घर में मुझे इसका हिस्सा बनने का मौका मिला। टूर्नामेंट शुरू होने के बाद मुझे उसे टीवी पर देखते हुए शायद दुख होगा।

गौरतलब हो कि हेजलवुड पिछले कई महीनों से पीठ की चोट के चलते परेशान हैं और क्रिकेट से दूर हैं। ऐसे में हेजलवुड को लगता है कि ये चोट और मैदान से दूरी ही उनके विश्वकप के टिकट में बाधा बनी है। 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने जा रहे विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया का पहला मुकाबला 1 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ होगा। स्मिथ और वॉर्नर की वापसी के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम को भी इस खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।