West Indies vs Australia Test 2025: बारबाडोस में खेले जा रहे वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा, लेकिन इस रोमांचक मुकाबले में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शमर जोसेफ। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टस की सारी हेकड़ी निकाल दी, जिन्होंने भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से टकराने की हिम्मत दिखाई थी। कोंस्टस, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे थे, के पास इस सीरीज में खुद को साबित करने का सुनहरा मौका था। लेकिन जोसेफ ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए दोनों पारियों में उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखाया।
सैम कोंस्टस का निराशाजनक प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया की ओर से सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरे सैम कोंस्टस इस टेस्ट मैच में पूरी तरह फ्लॉप रहे। पहली पारी में वह महज 3 रन बना सके, जबकि दूसरी पारी में केवल 5 रन बनाकर जोसेफ का शिकार बने। कुल मिलाकर, दोनों पारियों में कोंस्टस के बल्ले से सिर्फ 8 रन निकले। यह वही कोंस्टस हैं, जिन्होंने भारत के खिलाफ अपनी आक्रामकता और बुमराह से भिड़ने की हिम्मत के लिए सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन बारबाडोस की पिच पर जोसेफ ने उनकी सारी आक्रामकता को धराशायी कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट को अब अपने इस सलामी बल्लेबाज की फॉर्म और रवैये पर गंभीरता से विचार करना पड़ सकता है।
बारबाडोस में तेज गेंदबाजों का जलवा
यह टेस्ट मैच पूरी तरह तेज गेंदबाजों के नाम रहा। बारबाडोस की उछाल भरी पिच पर दोनों टीमों के बल्लेबाजों को रन बनाने में खासी मुश्किल हुई। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी सिर्फ 180 रनों पर सिमट गई, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम भी 190 रन ही बना सकी। दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। खास तौर पर शमर जोसेफ ने अपनी रफ्तार और सटीकता से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। लेकिन यह प्रयास भी ऑस्ट्रलिया के सामने बौना साबित हुआ और कंगारुओं ने इस मैच को जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में हेड और कैरी का योगदान
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में ट्रेविस हेड (54 रन), ब्यू वेबस्टर (38 रन) और एलेक्स कैरी (65 रन) की उपयोगी पारियों की बदौलत 310 रन बनाए। इस स्कोर ने कंगारुओं को मैच में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। जवाब में वेस्टइंडीज की दूसरी पारी की शुरुआत तो खराब रही लेकिन कोई भी वेस्टइंडीज का बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग अटैक के सामने टिक नहीं पाया और पूरी टीम 141 रन पर ऑल आउट हो गई। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज पर 159 रनों से जीत दर्ज कर ली।
अंपायरों के फैसलों पर सवाल
मैच के दौरान अंपायरों के कुछ फैसलों पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। कई बार बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली, जिसने इस टेस्ट को और रोमांचक बना दिया। लेकिन इन विवादों के बीच शमर जोसेफ का प्रदर्शन बेदाग रहा। उन्होंने न सिर्फ कोंस्टस को दो बार आउट किया, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम पर लगातार दबाव बनाए रखा।
कोंस्टस के लिए सबक
सैम कोंस्टस के लिए यह टेस्ट सीरीज एक कड़ा सबक साबित हुई। बुमराह जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाज से भिड़ने का दम दिखाने वाले कोंस्टस को शमर जोसेफ ने उनकी औकात दिखा दी। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के इस अहम मुकाबले में कोंस्टस के पास अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका था, लेकिन वह इसमें पूरी तरह नाकाम रहे। दूसरी ओर जोसेफ ने अपनी गेंदबाजी से साबित कर दिया कि वह किसी भी बल्लेबाज को चुनौती देने का माद्दा रखते हैं।