इंग्लैंड दौरे पर वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण केवल 3 मैच खेले वाले जसप्रीत बुमराह आलोचकों के निशाने पर हैं। फैंस के साथ-साथ पूर्व खिलाड़ी भी दुनिया के नंबर-1 टेस्ट गेंदबाज पर निशाना साध रहे हैं। इंग्लैंड दौरे पर बुमराह ने हेडिंग्ले में पहला टेस्ट खेला। वह फिर लॉर्ड्स में तीसरा और मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट खेले। तीन मैचों में बुमराह ने 26 की औसत से 119.4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 14 विकेट चटकाए। इसमें दो बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है।
बुमराह को ओवल में पांचवें टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में नहीं चुने गए थे। दूसरे दिन के खेल से पहले उन्हें टीम से रिलीज कर दिया गया था। भारत ने इस रोमांचक टेस्ट मैच को 6 रन से जीतकर सीरी 2-2 से बराबर कर ली। इसके बाद जसप्रीत बुमराह की आलोचना और तेज हो गई है। तेज गेंदबाज के बचाव में भारत के पूर्व ओपनर और घरेलू क्रिकेट में कोच गौतम गंभीर के साथ खेल चुके आकाश चोपड़ा उतरे हैं।
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अब ट्रोलिंग हो रही है
आकाश चोपड़ा ने यूट्यूब पर कहा, “कप्तान बनाओ भाई कप्तान…जसप्रीत बुमराह से बेहतर भारतीय कप्तान हो नहीं सकता और बॉलर क्यों नहीं बन सकते कप्तान? वाइस कैप्टन थे न रोहित शर्मा की कप्तानी के अंडर। पर्थ में कप्तानी की थी न, अच्छी भी की थी और मैच भी जिताया था तो अब तो उन्हें ही बनना चाहिए कप्तान। कोई सवाल ही नहीं है…यहां से कहानी शुरू हुई थी, लेकिन अब ट्रोलिंग हो रही है। भाई जब खेलता है तो टीम हार जाती है और खेलता है तो पूरी रिस्पॉन्सिबिलिटी नहीं आ पाती।’बूम बूम बुमराह’से लेकर अबर हमारे फैंस ही हो गए हैं ‘गुमराह’। मैं इससे हैरान और दुखी हूं।”
जसप्रीत बुमराह का टेस्ट करियर
जसप्रीत बुमराह की टेस्ट करियर की बात करें तो 48 मैच की 91 पारी में 19.82 की औसत से 219 विकेट लिए। उन्होंने 15 बार पारी में 5 विकेट और 7 बार पारी में 4 विकेट लिए हैं। 27 रन देकर 6 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वह फिलहाल टेस्ट क्रिकेट रैंकिंग में दुनिया के नंबर-1 गेदबाज हैं।