एक समय भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुवा रहे इरफान पठान काफी समय से टीम से बाहर चल रहे हैं। इरफान ने भारतीय टीम में अपनी वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है और कहा है कि वो भारत के लिए फिर से खेलेंगे। उन्होंने सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वेस्ट जोन के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए अपनी उम्मीदों को बल भी दिया है। इरफान पठान ने नॉर्थ जोन की ओर से खेलते हुए वेस्ट जोन के खिलाफ सोमवार को सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी के एक मैच में 4 ओवर में 10 रन देकर तीन विकेट चटकाए। इरफान का यह प्रदर्शन इसलिए और भी खास हो जाता है क्योंकि उन्होंने वेस्ट जोन के बड़े खिलाड़ियों को आउट किया, जिसमें शिखर धवन, रिषभ पंत और युवराज सिंह का विकेट शामिल हैं।
इरफान पठान ने अपने इस प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ‘किसी भी गेंदबाज के लिए विकेट हासिल करना बहुत जरूरी है। पूरे सत्र में मुझे लगा कि मैंने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन एक समय में लगातार विकेट मिलना और वह भी उस समय जब टीवी पर दर्शक, चयनकर्ता आपको देख रहे हों तो अच्छा लगता है। यह आत्मविश्वास पाने के लिए महत्वपूर्ण है।’ इरफान ने वेस्ट जोन की ओर से बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए नॉर्थ जोन के खिलाफ 8 विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि आप कितनी अच्छी तरह गेंदबाजी करते है इसे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आप कितने विकेट हासिल करते हैं, यह मायने रखता है। मेरे लिए यह अच्छा दिन रहा। मैं स्विंग के साथ अच्छी गेंदबाजी करके खुश हूं। इरफान पठान ने आखिरी बार 2012 में भारत के लिए मैच खेला था।
हालांकि, इरफान पठान ने इस बात पर खेद जाहिर किया कि उन्हें सिर्फ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) का खिलाड़ी कहा जाता है। उन्होंने कहा, ‘यह निश्चित रूप से गलत है। यह सिर्फ चार साल पहले ही हुआ था, जब मैं चोट के कारण पूरे घरेलू सत्र से बाहर हो गया था। यह किसी के साथ भी हो सकता है। जब आप लंबा खेल रहे होते हो तो चोटिल कोई भी हो सकता है।’ पठान ने अपने फिटनेस के बारे में बताते हुए कहा, ‘मैंने पूरे सीज़न में कड़ी मेहनत की है, वज़न भी कम किया है जिससे मेरी फील्डिंग में और सुधार हुआ है। कल युसूफ भाई का भी फोन आया था उन्होंने मुझे सुझाव दिया कि गेंद थोड़ा आगे डालूं, मैंने वो ट्राई किया सिर्फ स्विंग करने की कोशिश नहीं की। मुझे खुशी है गेंद पिच पर अच्छे से पड़ी।’

