आयरलैंड के क्रिकेटर सिमरनजीत सिंह और सिमी सिंह इस समय जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। वह इस समय गुरुग्राम के अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। ऑफ स्पिनर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज की जिंदगी बचाने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है। यह जिम्मेदारी उनकी पत्नी ने उठाई है।
सिमी सिंह पंजाब में पैदा हुए
सिमी सिंह का जन्म पंजाब के मोहाली में है। उन्होंने अंडर-14 और अंडर-17 में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 2005 में उन्होंने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया। वह आयरलैंड पहुंचे और वहां क्रिकेट क्लब में खेलना शुरू किया।
सिमी का आयरलैंड में हुआ बुरा हाल
टाइम्स ऑफ इंडिया ने सिमी के पिता परविंदर सिंह के हवाले से लिखा, ‘पांच-छह महीने पहले जब वह आयरलैंड में था तब उन्हें बुखार आ रहा था। बार-बार ऐसा हो रहा था। उसने चेकअप कराया लेकिन कुछ हल नहीं निकला। वहां के लोग बीमारी की जड़ नहीं खोज पा रहे थे। समय के साथ सिमी की हालत और खराब होने लगी तो हम उसे भारत ले आए।’
लोगों की सलाह पर गुड़गांव गए सिमी
सिमी को अपने पहले पीजीआई चंड़ीगढ़ में दिखाया, उन्होंने कहा कि टीबी हुआ है। उन्हें एंटीबायोटिक्स दिए गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जब सिमी का बुखार कम नहीं हुआ तो उन्हें प्राइवेट असप्ताल ले जाया गया। वहं पता चला कि टीबी नहीं है। उसे जॉनडिस हो गया। सिमी के कोमा में जाने का खतरा था इसी वजह से उनके परिवार को सलाह दी गई की उसे गुड़गांव ले जाए।
सिमी के पत्नि डबलिन में काम करती हैं। उन्होंने अपने लिवर का एक हिस्सा देने का फैसला किया है। सिमी के परिवार वालों ने कहा, ‘शुक्र है कि सिमी का ब्लड ग्रुप AB+ हैं, इस कारण वह किसी का भी लिवर ले सकता था। उनकी पत्नी इसके लिए तैयार थीं। बहुत जल्दी ट्रांसप्लांट होगा और डॉक्टर्स को उम्मीद है कि फैसला उनके पक्ष में होगा। इससे सिमी को नई जिंदगी मिलेगी।’
सिम्मी आयरलैंड के स्टार क्रिकेटर्स में शामिल हैं। उन्होंने उस देश के लिए 53 वनडे , 53 टी20 खेले हैं। उन्होंने 2017 में डेब्यू किया। उनके नाम वनडे में 39 विकेट भी हैं। वहीं टी20 में वह 44 विकेट ले चुके हैं।
