कोलकाता नाइटराइडर्स रविवार को ईडन गार्डन पर होने वाले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद पर मनोवैज्ञिानिक लाभ में रहेगा लेकिन जिस लिहाज से उसका प्रतिद्वंद्वी तेजी से लय और संतुलन हासिल कर रहा है उससे मौजूदा चैंपियन टीम निश्चित रू प से सतर्क होगी।

सनराइजर्स ने पिछले चार मैचों में से तीन में जीत दर्ज की है जिसमें केकेआर के खिलाफ बारिश से प्रभावित मैच में जीत भी शामिल है। इससे डेविड वार्नर की अगुआई वाली टीम पांचवें स्थान पर पहुंच गई है जबकि उसने केकेआर से एक मैच कम खेला है जो चौथे स्थान पर है।

केकेआर का सफर अब तक मिश्रित सफलता वाला रहा है। सुनील नारायण के गेंदबाजी एक्शन के कारण भी चर्चा में रही यह टीम अभी तक निरंतर एक जैसा प्रदर्शन करने में नाकाम रही और इस वजह से चौथे स्थान पर खिसक गई। जब ये दोनों टीमें मैदान पर उतरेंगी तो केकेआर को यह आभास रहेगा कि उसे सनराइजर्स पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल है क्योंकि उसने हैदराबाद की टीम के खिलाफ अब तक खेले गये पांच मैचों में तीन में जीत दर्ज की है।

सनराइजर्स की सफलता का श्रेय वार्नर को जाता है जिन्होंने कप्तान बनने के बाद आगे बढ़कर नेतृत्व किया है। आस्ट्रेलिया के इस विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ने आठ मैचों में पांच अर्धशतक जड़े हैं और इनमें से चार में टीम को जीत मिली है।

वार्नर की चुनौती से बचने के लिए केकेआर दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल को टीम में शामिल कर सकता है जिन्हें आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज के खिलाफ अच्छी सफलता मिली है। मोर्कल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छह बार और आइपीएल में दो बार वार्नर को आउट किया है। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि गंभीर पिछले तीन मैचों में नहीं खेलने वाले मोर्कल को मौका देते हैं या नहीं।

केकेआर ने यहां चेन्नई पर जीत दर्ज की थी लेकिन इसके बाद वह आरसीबी के हाथों हार गया जो उसकी चौथी हार थी। उसे अभी अपने घरेलू मैदान पर तीन मैच खेलने हैं। सनराइजर्स का मध्यक्रम उसके लिये चिंता का विषय था लेकिन मोएजेस हेनरिक्स और इयोन मोर्गन को शामिल करने से उसकी बल्लेबाजी मजबूत हुई है। उसके पास आशीष रेड्डी और नमन ओझा जैसे अच्छे भारतीय खिलाड़ी भी हैं।