PBKS vs KKR: आईपीएल के 18वें सीजन के 31वें मैच के दौरान बल्ले के साइज को लेकर KKR के तीन बल्लेबाजों सुनील नरेन, आंद्रे रसेल और एनरिक नॉर्खिया चर्चा में आ गए। इन बल्ले का गेज टेस्ट लिया गया, जिसमें वे फेल हो गए। इस सीजन में लागू किए गए नए नियमों के तहत बल्लों की चेंकिंग के दौरान तीनों के बल्ले ज्यादा चौड़े पाए गए।

दरअसल, पिछले सीजन तक बल्ले को लेकर नियम कुछ अलग थे। उनकी चेकिंग मैच से एक दिन पहले होती थी, और ज्यादातर ड्रेसिंग रूम में बैट चेक होते थे, लेकिन उस नियम में एक खामी ये थी कि मैच के दिन कई बार प्लेयर्स चेक किए गए बैट के बजाए कोई और बल्ला लेकर खेलने चले जाते थे। इसीलिए इस सीजन में नियमों में बदलाव करते हुए मैच के दौरान ही बल्लों की जांच करने का नियम बनाया गया।

KKR के तीन बल्लेबाजों के बैट गेज टेस्ट में फेल

नए नियम के तहत ही पंजाब किंग्स के खिलाफ जब KKR ने चेज़ की शुरुआत की तो ओपिनिंग के लिए हमेशा की तरह सुनील नरेन मैदान पर आ रह थे। इस दौरान फोर्थ अंपायर्स सैयद खालिद और अंगकृश रघुवंशी ने उनका बल्ला चेक किया।

इस दौरान वीडियो भी सामने आया, जिसमें अंपायर्स बल्ले की चौड़ाई और मोटाई चेक करते दिखे। सुनील नरेन का बल्ला मानक नियमों पर खरा नहीं उतरा। वहीं जब आंद्रे रसेल 11वें ओवर में पंजाब किंग्स के खिलाफ बल्लेबाजी करने आए तो अंपायर साईदर्शन कुमार ने गेज टेस्ट किया और उनका बल्ला भी टेस्ट में पास नहीं हो पाया।

डेल स्टेन ने भी लिए मजे

कुछ इसी तरह जब 15वें ओवर की के खात्मे के बाद एनरिक नॉर्खिया आए तो उनका बल्ला भी गेज टेस्ट में फेल हो गया। इस वाकए को लेकर साउथ अफ्रीका के पूर्व गेंदबाद डेल स्टेन ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने गेज टेस्ट पर लिखा, ‘अंपायर्स के हाथ में अब नया खिलौना है। बल्लेबाज अपनी पसंद के दूसरे बल्लों के साथ आ रहे हैं, स्कोर चेक करिए।’

डेल स्टेन का मतलब है कि दूसरे बैट के आने वाले बल्लेबाजों के गेज टेस्ट का स्कोर देखिए। बता दें कि डेल स्टेन साउथ अफ्रीका के पूर्व गेंदबाज हैं। उन्होंने फर्स्ट क्लास 618 विकेट लिए थे। इसके अलावा उन्होंने लिस्ट A क्रिकेट में 284 और टी 20 में 263 विकेट लिए थे।

मामले पर आया IPL चेयरमैन का बयान

इस घटना पर आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि मैदान पर निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसा नहीं लगना चाहिए कि किसी को अनुचित लाभ मिला है। बीसीसीआई और आईपीएल ने हमेशा इस दिशा में पहल की हैं ताकि खेल की निष्पक्षता बनी रहे।