आईपीएल का 18वां मुकाबला रविवार (4 अक्टूबर) को चेन्नई सुपरकिंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेला जाएगा। दोनों टीमों का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में अच्छा नहीं रहा है।
दोनों ने 4 में से 1-1 मुकाबले जीते हैं। अंक तालिका में पंजाब 7वें और चेन्नई 8वें स्थान पर है। इस मुकाबले में दोनों की नजर वापसी करने पर होगी। प्लेइंग इलेवन की बात करें तो चेन्नई ने अपनी टीम में एक भी बदलाव नहीं किया है। वहीं, पंजाब ने तीन बदलाव किए हैं।
पंजाब ने अपनी टीम में क्रिस जॉर्डन, हरप्रीत बरार और मंदीप सिंह को शामिल किया है। उसने करुण नायर, कृष्णप्पा गौतम और जेम्स नीशम को टीम से बाहर कर दिया है।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन:
किंग्स इलेवन पंजाब: केएल राहुल (कप्तान, विकेटकीपर), मयंक अग्रवाल, मंदीप सिंह, निकोलस पूरन, ग्लेन मैक्सवेल, सरफराज खान, क्रिस जॉर्डन, हरप्रीत बरार, रवि बिश्नोई, मोहम्मद शमी, शेल्डन कॉटरेल।
चेन्नई सुपरकिंग्स: फाफ डुप्लेसिस, शेन वॉटसन, अंबाती रायुडू, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, सैम करन, ड्वेन ब्रावो, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, पीयूष चावला।
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल शानदार फॉर्म में हैं। पंजाब की टीम दो बार 200 से ज्यादा रन बनाने के बावजूद अपने सीमित गेंदबाजों के कारण इसमें हार चुकी है। मोहम्मद शमी के अलावा विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को रोकने में कोई अन्य गेंदबाज सफल नहीं रहा। चेन्नई सुपर किंग्स को इसी का फायदा उठाने की कोशिश करनी चाहिए और उन्हें पंजाब के शीर्ष क्रम को जल्दी समेटना चाहिए।
चेन्नई को जरूरत होगी कि उसके शीर्ष क्रम का एक बल्लेबाज बोर्ड पर रन जुटाए और साथ ही मध्य ओवरों के रन रेट का भी ध्यान रखा जाए। अगर ऐसा होता है तो धोनी को पकड़ बनाने में मदद मिलेगी। धोनी ने शुरुआती मैचों में काफी दबाव में बल्लेबाजी की है और अपार उम्मीदों के कारण उनकी और उनकी टीम की विफलता ज्यादा ही बुरी दिख रही है। अगर टीम मध्य के ओवरों में काफी रन जुटा लेती है तो इससे धोनी और निचले क्रम के दूसरे बल्लेबाज को थोड़ी मदद मिलेगी।
तीसरी हार के बाद धोनी के चेहरे पर यह बेताबी साफ पढ़ी जा सकती थी। उन्होंने कहा, ''काफी लंबे समय पहले एक बार हमने लगातार तीन मैच गंवाए थे। हमें काफी चीजें सही करने की जरूरत है। यही पेशेवर रवैया होता है। हमें कैच लपकने होंगे, नो-बॉल नहीं डालनी होंगी। इन चीजों को नियंत्रित किया जा सकता है और शायद हम ज्यादा ही रिलैक्स हो रहे हैं।"
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में अंतिम एकादश में तीन बदलाव किए, अंबाती रायुडू की वापसी और ड्वेन ब्रोवा की मौजूदगी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी। फाफ डुप्लेसिस को छोड़कर शीर्ष क्रम के नहीं चलने और मध्य के ओवरों में धीमी रन गति तथा मैच के अंत के लिये ज्यादा रन छोड़ने की आदत के कारण उन्हें लगातार तीन शिकस्त झेलनी पड़ी।
अंक तालिका में चेन्नई सबसे नीचे 8वें और पंजाब 7वें नंबर पर है। दोनों टीमों के बीच अब तक 21 मैच खेले गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने 12 मुकाबले अपने नाम किए हैं। पंजाब को 9 में जीत मिली है। इस मैच में चेन्नई की नजर जीत के साथ टूर्नामेंट में वापसी करने पर होगी। वहीं, ‘अनलकीं’ टीम पंजाब गेंदबाजी में सुधार कर मैच अपने नाम करना चाहेगी।
धोनी को पंजाब के खिलाफ बल्लेबाजी करना ज्यादा पसंद है। उन्होंने 21 पारियों में 595 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 156 का रहा है। माही ने पंजाब के खिलाफ 5 अर्धशतक भी लगाए हैं। धोनी ने पिछले मैच में 47 रनों की पारी खेली थी। वे अपने फॉर्म को इस मैदान पर जारी रखना चाहेंगे।
दोनों टीमों के बीच अब तक 21 मैच खेले गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने 12 मुकाबले अपने नाम किए हैं। इस मैच को अपने नाम कर दोनों टीमें टूर्नामेंट में वापसी करना चाहेगी। एक हार के बाद दोनों के लिए मुश्किलें और बढ़ेंगी।
धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने लगातार दो बार 2010 और 2011 में खिताब जीता था। पिछली बार यह टीम 2018 में चैम्पियन बनी थी। चेन्नई 5 बार (2008, 2012, 2013, 2015 और 2019) आईपीएल की रनरअप भी रही है। वहीं, पंजाब को अब तक अपने पहले खिताब का इंतजार है।
सीएसके की तरफ से फाफ डुप्लेसिस और शेन वाटसन फिर से पारी की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं मध्यक्रम में अंबाती रायुडू, महेंद्र सिंह धोनी, ड्वेन ब्रावो, रविंद्र जडेजा, सैम करन मैदान में उतर सकते हैं। गेंदबाजी में दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, पीयूष चावला दिख सकते हैं।