IPL Auction 2020: मुंबई के आजाद मैदान पर कभी पानी पूरी बेचकर पेट की आग बुझाने वाले यशस्वी जायसवाल अब करोड़पति हो गए हैं। चौंकिए नहीं, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 के लिए हुई नीलामी में उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 2 करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदा। बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के मालिकाना हक वाली फ्रैंचाइजी टीम ने उन्हें बेस प्राइस (20 लाख रुपए) से 12 गुनी कीमत में खरीदने में महज चंद मिनट लगाए। टीम ने उन्हें बतौर ऑलराउंडर टीम में शामिल किया है।

इस साल अक्टूबर में 17 साल के यशस्वी ने विजय हजारे टूर्नामेंट में झारखंड के खिलाफ मैच में इतिहास रचा था। तब मुंबई के इस सलामी बल्लेबाज ने दोहरा शतक जड़कर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। वे प्रथम श्रेणी (लिस्ट ए) मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। उन्होंने 154 गेंदों पर 17 चौके और 12 छक्के की मदद से 203 रनों की आतिशी पारी खेली थी। यही नहीं वे विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में किसी एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के मारने का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया।

आज भले ही यशस्वी का यश चारों ओर फैल रहा है, लेकिन उनकी यहां तक पहुंचने की राह आसान नहीं रही है। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले यशस्वी को अपना सपना सच करने के लिए महज 11 साल की उम्र में घर छोड़ना पड़ा था। वे मुंबई पहुंच गए। वहां उन्हें किसी तरह मुस्लिम यूनाइटेड क्लब में एडमिशन मिल गया। बाद में क्लब ने उन्हें रहने की भी व्यवस्था कर दी। इस

हालांकि, पिताजी के भेजे पैसे से उनका खर्च चलना मुश्किल था। कभी-कभी उन्हें भूखे पेट भी सोना पड़ा। ऐसे में यशस्वी ने पानी पूरी बेचकर अपने पेट की आग बुझाई। यशस्वी की मेहनत रंग लाई और वे लगातार अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित करते रहे। पिछले साल उनका चयन श्रीलंका दौरे पर गई अंडर-19 टीम के लिए भी हुआ था। अब उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग जैसा बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है। यशस्वी का पिछले रिकॉर्ड को देखें तो जब-जब भी उन्हें मौका मिला है उन्होंने खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे में उम्मीद है कि इस बार भी वे राजस्थान रॉयल्स के मैनेजमेंट को निराश नहीं करेंगे।

बता दें कि यशस्वी की कीर्ति फैलाने में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का भी बहुत बड़ा हाथ है। दोनों की मुलाकात बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हुई थी। दोनों एक ही कमरे में रहते थे। यशस्वी सचिन के बहुत बड़े फैन हैं। जब सचिन का बेटा ही उनका दोस्त बन गया तो उनका मास्टर ब्लास्टर से मिलने का सपना भी पूरा हो गया। अर्जुन ने पिछले साल यशस्वी को अपने पिता से मिलाया। सचिन ने उन्हें अपना बल्ला भी दिया था।