इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) पहले सत्र से ही भारतीय क्रिकेट की नई पौध को वैश्विक मंच उपलब्ध कराने का काम करती रही है। कोरोना संक्रमण महामारी के बीच इसके 13वें सत्र का आयोजन यूएई में किया जा रहा है। इस सत्र में कुल मैचों की संख्या मे कटौती की गई है और सिर्फ 56 मैच ही खेल जाने हैं। इसमें से आधे से ज्यादा मुकाबलों का आयोजन हो चुका है। इस सत्र में भी कई भारतीय युवा क्रिकेटर अपनी प्रतिभा से दिग्गजों को प्रभावित कर रहे हैं। इनमें रवि बिश्नोई, देवदत्त पडिक्कल और अर्शदीप सिंह हैं।

किंग्स इलेवन पंजाब के लिए रवि बिश्नोई कमाल कर रहे हैं तो रॉयल चैलेंजर्स के लिए पडिक्कल। बिश्नोई की गेंदबाजी शैली पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर अब्दुल कादिर से काफी मिलती है और उनका प्रदर्शन भी कुछ उसी दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने अब तक सात मैचों में 7.85 की इकोनॉमी के साथ आठ विकेट झटके हैं। वहीं पडिक्कल ने सात मैचों में तीन अर्धशतक जमाते हुए कुल 243 रन बनाए हैं। इसी तरह सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल रहे टी नटराजन ने आठ मैचों में नौ विकेट हासिल किए हैं। इसी टीम के खलील अहमद के प्रदर्शन को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने अब तक आठ बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा है।

अर्शदीप सिंह के अब तक के प्रदर्शन को देखें तो उन्हें पंजाब ने ज्यादा मौके नहीं दिए हैं लेकिन दो मैच में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की है। इस दौरान उन्होंने तीन विकेट चटकाए साथ ही एक मेडन ओवर भी फेंका। इसी तरह हर्षल पटेल ने दिल्ली की तरफ से खेलते हुए चार मैचों में तीन विकेट हासिल किए हैं। राजस्थान रॉयल के लिए राहुल तेवतिया भी कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं। टीम के साथ बेन स्टोक्स के जुड़ने से पहले वह उनकी कमी को बखूबी पूरी कर रहे थे। हालांकि स्टोक्स के टीम में शामिल होने के बाद भी उनके फॉर्म से राजस्थान को लाभ हो रहा है। तेवतिया ने सात मैचों में पांच विकेट चटकाने के साथ 189 रन भी बनाए हैं।

बल्लेबाजी में शुभमन गिल और सुर्य कुमार यादव का खेल भी बेहतरीन रहा है। गिल ने अब तक कोलकाता के लिए 245 रन बनाए तो वहीं यादव के बल्ले से 233 रन निकले हैं। पृथ्वी साव और संजू सैमसन ने भी 202-202 रनों के साथ अपनी-अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। बड़े शॉट्स लगाने की बात करें तो आइपीएल के इस सत्र में भारतीय युवाओं का दबदबा है। शीर्ष के पांच में से तालिका में तीन युवा भारतीय खिलाड़ी ही विराजमान हैं। संजू सैमसन ने अब तक 16 छक्के लगाए हैं। वहीं राहुल तेवतिया के नाम 15 और मुंबई के ईशान किशन ने 14 बार गेंद को छह रनों के लिए भेजा है।

आइपीएल के 13वें सत्र में एक तरफ भारतीय युवाओं का जलवा है तो दूसरी तरफ सबसे महंगे बिके खिलाड़ियों का प्रदर्शन टीम के लिए सिर दर्द बना हुआ है। आस्ट्रेलिया के पैट कमिंस को कोलकाता ने इस बार 15.5 करोड रुपए में खरीदा है लेकिन उन्होंने अब तक सात मैच में सिर्फ दो विकेट चटकाए हैं। वहीं चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का फॉर्म भी टीम के लिए चिंता का विषय है। उन्हें चेन्नई ने 15 करोड़ रुपए में अपने पास रखा है। आस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल भी हाई पेड सैलरी खिलाड़ी हैं। लेकिन उन्होंने अब तक सात मैचों में केवल 58 रन बनाए हैं और एक विकेट हासिल किया है। दूसरी तरफ महज 20 लाख रुपए के साथ टीम से जुड़ने वाले युवाओं का प्रदर्शन धमाकेदार है। देवदत्त पडिक्कल को आरसीबी ने 20 लाख में टीम में शामिल किया है। अर्शदीप सिंह भी इसी राशि के साथ पंजाब का हिस्सा बने। हर्षल पटेल भी 20 लाख रुपए के बेस प्राइज से के साथ दिल्ली का हिस्सा बने।

अनकैप्ड खिलाड़ियों का दबदबा
आइपीएल में अब तक खेले गए 29 मैचों में नौ बार वैसे भारतीय खिलाड़ी मैन आॅफ द मैच रहे जो भारत के लिए दस से कम मैच खेले हों या अनकैप्ड हैं। अनकैप्ड का मतलब वैसे खिलाड़ियों से है जिन्होंने राष्ट्रीय टीम के तीनों प्रारूपों में से किसी में भी पदार्पण नहीं किया हो। राजस्थान के संजू सैमसन को दो बार, दिल्ली के पृथ्वी को एक बार, कोलकाता के शुभमन और शिवम मावी को एक-एक, हैदराबाद के प्रियम गर्ग को एक, मुंबई के सुर्य कुमार को एक, कोलकाता के राहुल त्रिपाठी को एक और राजस्थान के तेवतिया को एक बार मैन आॅफ द मैच पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।