कल शाम हैदराबाद में खेले गए राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मैच में हैदराबाद की टीम का जबरदस्त दबदबा रहा। हैदराबाद ने पहले गेंदबाजी करते हुए राजस्थान की टीम को कुल 125 रनों के स्कोर पर समेट दिया। इसके बाद हैदराबाद ने शिखर धवन के नाबाद 77 रनों की मदद से नौ विकेट से यह मैच जीत लिया। इस मैच में यूं तो हैदराबाद की टीम का खेल बेहतर रहा, लेकिन पूरे मैच में 2 बड़ी गलतियां ऐसी रहीं, जिनसे राजस्थान की टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। इसमें पहली गलती राजस्थान के सलामी बल्लेबाज डार्शी शॉर्ट का रन आउट होना और दूसरी बड़ी गलती राजस्थान के कप्तान अजिंक्य रहाणे का शिखर धवन का कैच टपकाना रहा।
दरअसल, ये दोनों गलतियां दोनों ही टीमों की पारी की शुरुआत में हुई, जिसका असर पूरे मैच पर दिखाई दिया। राजस्थान की पारी की शुरुआत में जब कप्तान रहाणे और डार्शी शॉर्ट बल्लेबाजी करने उतरे तो उम्मीद की जा रही थी कि बैटिंग के लिए मददगार पिच पर राजस्थान अच्छा स्कोर खड़ा करेगी। लेकिन जब डार्शी ने सिर्फ 4 रन ही बनाए थे कि सनराइजर्स के कप्तान विलियमसन के एक शानदार थ्रो ने डार्शी की पारी का अंत कर दिया। इस रन आउट के बाद राजस्थान की टीम पूरी पारी के दौरान पटरी पर नहीं लौट पायी और नियमित अंतराल पर उसके विकेट गिरते चले गए। वहीं, जब सनराइजर्स की पारी की शुरुआत हुई तो उसकी तरफ से भी पहला विकेट ऋद्धिमान साहा के रूप में जल्दी ही गिर गया, जिससे लग रहा था कि मैच रोमांचक हो सकता है। लेकिन इसी बीच राजस्थान के कप्तान रहाणे ने शिखर धवन का एक आसान-सा कैच टपका दिया। यह कैच राजस्थान को कितना भारी पड़ा, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि धवन ने नाबाद 77 रनों की शानदार पारी खेली और हैदराबाद की टीम को शानदार जीत दिला दी।
बता दें कि बीते सीजन में हैदराबाद की टीम अपने होम ग्राउंड पर सिर्फ एक मैच हारी थी। कह सकते हैं कि टीम को होम ग्राउंड पर मिलता जबरदस्त समर्थन उसकी परफॉर्मेंस को बेहतर कर देता है। इस सीजन की शुरुआत से ही एक बार फिर हैदराबाद की टीम लय में दिखाई दे रही है। उल्लेखनीय है कि दोनों ही टीमें नए कप्तानों के साथ खेल रही थीं। स्टीव स्मिथ की गैरमौजूदगी में जहां रहाणे राजस्थान की कमान संभाल रहे थे, वहीं वॉर्नर की अनुपस्थिति में केन विलियमसन को कप्तान बनाया गया है। इस मैच में जहां विलियमसन ने हैदराबाद के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया, वहीं रहाणे इस मैच में प्रभावित करने में नाकाम रहे और यही वजह रही कि मैच के नतीजे पर भी इसका असर दिखाई दिया।