भारतीय महिला हॉकी टीम को 2024 में एशियाई महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जिताने वाले कोच हरेंद्र सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हरेंद्र सिंह ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को हॉकी इंडिया को अपने इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में इस पद को संभाला था। पिछले साल जब भारतीय महिला हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी तब हरेंद्र सिंह को भारतीय टीम का कोच बनाया गया था।
हरेंद्र सिंह को दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट नीदरलैंड के जनेके शोपमैन की जगह भारतीय महिला हॉकी टीम का कोच नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस्तीफा देने के बाद कहा,”भारतीय महिला हॉकी टीम की कोचिंग करना मेरे लिए गर्व की बात रही और मेरे करियर का सबसे बड़ा हिस्सा रहा। व्यक्तिगत कारणों से मुझे यह फैसला लेना पड़ रहा है। मेरा दिल अभी भी इस शानदार टीम और उसकी सफलता के साथ है।”
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हरेंद्र सिंह ने हॉकी इंडिया का धन्यवाद अदा करते हुए कहा,”मैंने हमेशा हॉकी इंडिया के साथ अपने सफर को एनजॉय किया है। मैं हमेशा हॉकी इंडिया का टीम को आगे ले जाने और नई उंचाइयों तक पहुंचाने के लिए किए गए प्रयासों का शुक्रगुजार हूं।” हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने भी हरेंद्र सिंह के इस फैसले का स्वागत करते हुए उनके कार्यकाल की सराहना की और उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
कैसा रहा हरेंद्र सिंह का कार्यकाल?
हरेंद्र सिंह के कार्यकाल की बात करें तो वह इससे पहले अमेरिका की पुरुष हॉकी टीम के कोच थे। उन्हें पिछले साल भारतीय महिला टीम का बतौर कोच नेतृत्व करने का मौका मिला। वह 2016 में उस भारतीय जूनियर हॉकी टीम के भी कोच थे जिसने लखनऊ में जूनियर विश्व कप जीता था। वहीं महिला हॉकी टीम ने उनके नेतृत्व में 2024 एशियाई महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। अब भारतीय महिला टीम की नजरें अगले साल होने वाले नेशन्स कप पर होंगी।
