भारतीय निशानेबाज अंकुर मित्तल ने अपनी शानदार फार्म जारी रखते हुए आईएसएसएफ शाटगन विश्व कप की डबल ट्रैप स्पर्धा में कल यहां स्वर्ण पदक जीता। मित्तल ने फाइनल में विश्व रिकार्ड की बराबरी की और अपने आस्ट्रेलियाई प्रतिद्वंद्वी जेम्स विलेट को हराकर पहला स्थान हासिल किया। मित्तल ने हाल में नयी दिल्ली में हुए अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में रजत पदक जीता था। तब विलेट स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे थे। इस भारतीय खिलाड़ी ने छह निशानेबाजों के बीच चले फाइनल में संभावित 80 में से 75 अंक बनाये और इस प्रतियोगिता में भारत को पहला पदक भी दिलाया। विलेट ने 73 अंक बनाकर रजत पदक जीता।
अंकुर ने पूरे दिन भर अच्छा प्रदर्शन किया। वह क्वालीफिकेशन में संभावित 150 में से 138 का स्कोर बनाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वह चीन के यिंग क्वी को शूट आफ में भी 6-5 से हराने में सफल रहे थे। इन दोनों निशानेबाजों का क्वालीफाईंग में समान स्कोर था जिसके बाद दूसरे और तीसरे स्थान का फैसला शूट आफ के जरिये किया गया। फाइनल में 80 निशाने लगाने थे और अंकुर इनमें केवल पांच निशाने चूके। अपने आखिरी 40 निशानों में से वह केवल दो में चूके और इस तरह से 75 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी करने में सफल रहे।
नई दिल्ली में अंकुर को हराने वाले विलेट सात निशाने सही नहीं लगा पाये जबकि चीन के यिंग ने 52 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया। यिंग 60 निशानों के बाद बाहर हो गये थे। अभी इस प्रतियोगिता में पुरूष और महिला स्कीट निशानेबाजी की पदक स्पर्धाएं होनी हैं। ये स्पर्धाएं सप्ताहांत में होंगी। महिला स्कीट में भारत की एकमात्र प्रतिभागी रश्मि राठौड़ हैं जबकि पुरूष स्कीट में अंगद वीर सिंह बाजवा, मान सिंह और अमरिंदर सिंह चीमा पर भारतीय उम्मीदें टिकी रहेंगी।
24 साल के अंकुर मित्तल ने जेम्स विलेट को हराया। आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में ये उनका पहला स्वर्ण पदक है। अंकुर मित्तल का स्कोर 75 रहा था वहीं जेम्स ने 73 अंक हासिल किए। जीत के बाद मित्तल ने कहा कि , ‘मैं इसे बदला लेना नहीं कहूंगा। जेम्स जेम्स बहुत अच्छे शूटर हैं। जीतना और हारना तो खेल का पार्ट है।” अपनी जीत के बाद अंकुर काफी खुश दिखे।

