IND vs SA, 2nd Test: भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को एक पारी और 137 रन से हरा दिया। यह जीत हासिल करने के साथ उसने ऑस्ट्रेलिया को भी पीछे छोड़ दिया। टीम इंडिया घरेलू मैदान पर 2012/13 से अब तक एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। उसने ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड तोड़ा। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने 1994/95 से 2000/01 के दौरान घरेलू मैदान पर लगातार 10 टेस्ट सीरीज अपने नाम की थीं। वह 2004 से 2008/09 के दौरान भी घरेलू मैदान पर लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीत चुका है। इस मामले में वेस्टइंडीज तीसरे नंबर पर है। उसने अपने स्वर्णिम काल यानी 1975/76 से 1985/86 के दौरान लगातार 8 टेस्ट सीरीज अपने नाम की थीं।

दक्षिण अफ्रीका की टीम नौ साल से ज्यादा समय के बाद टेस्ट में पहली बार पारी से हारी है। इससे पहले भी उसे टीम इंडिया ने ही फरवरी 2010 में कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर पारी और 57 रनों से मात दी थी। यह दूसरा मौका है जब दक्षिण अफ्रीका पारी और 100 ज्यादा रनों के अंतर से हारी है। इससे पहले वह 2006 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में पारी और 153 रन से हार गई थी।

दक्षिण अफ्रीका की विदेशी मैदान पर यह लगातार छठवीं टेस्ट हार है। उसे जुलाई 2017 के बाद से विदेश में खेले हर टेस्ट मैच में हार झेलनी पड़ी है। हालांकि, फरवरी 1911 से अगस्त 1924 के बीच विदेशी धरती पर लगातार 10 टेस्ट मैच हारने का अनचाहा रिकॉर्ड पहले से ही उसके नाम है। यही नहीं, वह नवंबर 1931 से फरवरी 1932 के बीच भी विदेश में लगातार 5 टेस्ट में मात खा चुकी है।

विराट कोहली ने इस मैच में दोहरा शतक बनाकर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज क्रिकेटरों को पीछे छोड़ा था। उन्होंने बतौर कप्तान भी एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनकी कप्तानी में भारत ने 8वीं बार पारी से जीत हासिल की है। ऐसा कर उन्होंने अजहरुद्दीन की बराबरी की। अजहर की कप्तानी में भी टीम इंडिया ने 8 बार पारी से जीत हासिल की थी। विराट से आगे अब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी हैं। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया 9 बार पारी से जीत हासिल कर चुकी है।

भारत ने पारी और 137 रन से जीता मैच, सीरीज पर भी जमाया कब्जा

विराट कोहली स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग के बाद तीसरे ऐसे कप्तान बन गए, जिन्होंने बतौर कप्तान अपने शुरुआती 50 टेस्ट में 30 से ज्यादा मैचों में जीत हासिल की हो। स्टीव ने बतौर कप्तान अपने शुरुआती 50 टेस्ट में से 37, जबकि पोंटिंग ने 35 में जीत हासिल की थी।  इस मामले में वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स चौथे नंबर पर हैं। रिचर्ड्स बतौर कप्तान अपने शुरुआती 50 में से 27 टेस्ट में वेस्टइंडीज के सिर जीत का सेहरा बांधने में सफल रहे थे।