भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले शुरुआती टेस्ट मुकाबले से पहले गुरुवार को वैकल्पिक सत्र में हिस्सा नहीं लिया जबकि कप्तान विराट कोहली ने भी मैच से पूर्व संध्या पर होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिरकत नहीं करने का फैसला किया। बल्कि उनकी जगह भारत के सहायक कोच संजय बांगड़ मीडिया से बात करने आये और वो भी एक घंटे की देरी के बाद। इससे पहले टीम प्रबंधन ने सुबह टेस्ट से पूर्व अभ्यास सत्र को वैकल्पिक होने की घोषणा की। हालांकि यह हैरानी भरा था कि कोई भी खिलाड़ी छोटे से भी सत्र में हिस्सा लेने नहीं आया। यहां तक कि केपटाउन टेस्ट में जो नहीं खेलेंगे, वे खिलाड़ी भी अभ्यास के लिए नहीं पहुंचे। केवल सहयोगी स्टाफ कोच रवि शास्त्री और मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद मैच का विकेट देखने आए।

टीम प्रबंधन में एक सूत्र ने कहा कि इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए क्योंकि व्यस्त श्रृंखला से पहले यह वैकल्पिक सत्र था। हालांकि सबसे हैरानी की बात कोहली का मीडिया कॉन्फ्रेंस के लिए नहीं आना था। किसी भी सीरीज के शुरू होने से पहले दोनों कप्तानों का मीडिया सम्मेलन में आना और प्रेस से बात करना आम प्रक्रिया रही है। लेकिन यह बात गौर करने वाली है कि महेंद्र सिंह धोनी ने कभी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का सत्र नहीं छोड़ा, विशेषकर विदेशी दौरों के दौरान। यहां तक कि पिछले वेस्टइंडीज या हाल में श्रीलंका में, कोहली ने मैच के पूर्व होने वाले सभी सम्मेलनों में शिरकत की थी। केप टाउन में स्थानीय मीडिया इससे खुश नहीं थी।

कोहली की अनुपस्थिति का कारण यह बताया गया कि उन्होंने पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में पहुंचने के बाद शास्त्री के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसके अलावा भारतीय मीडिया मैनेजर ने यह भी पुष्टि की कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने कुछ नहीं कहा कि कप्तान को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए उपलब्ध कराया जाना चाहिए। एक घंटे से ज्यादा समय तक इंतजार करने के बाद टीवी चैनल के दो क्रू सदस्य बांगड़ की चल रही प्रेस कॉन्फ्रेंस को छोड़कर चले गए जिससे उन्होंने नाराजगी जताने का प्रयास किया।