भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने खेल में बढ़ते वर्कलोड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि वे कम से कम तीन साल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में खेलने के लिए तैयार हैं। इसके बाद वे वर्कलोड का आकलन कर किसी एक फॉर्मेट को छोड़ने पर विचार कर सकते हैं। कोहली का यह बयान ऐसे समय आया है, जब दो दिन बाद भारतीय क्रिकेट न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी 2 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत करने वाली है। पहला टेस्ट 21 फरवरी से वेलिंगटन में खेला जाना है।
विराट कोहली ने कहा, ‘मैं भारतीय क्रिकेट को लेकर बहुत आगे की सोच रहे हैं। अगले तीन साल में 2 टी20 और एक वनडे वर्ल्ड कप का आयोजना होना है।’ वर्कलोड को लेकर कोहली ने स्पष्ट किया, ‘यह कोई बातचीत नहीं है, जिसे आप किसी भी तरीके से छुपा सकते हैं। मुझे क्रिकेट खेलते लगभग 8 साल हो चुके हैं। मैं साल में 300 दिन खेल रहा हूं। इसमें यात्रा और अभ्यास सत्र भी शामिल है। वर्कलोड हर समय एक जैसा ही है। यह धीरे-धीरे आपको नुकसान पहुंचाता है।’
नवंबर 2020 में 31 साल के होने वाले कोहली ने माना कि समय-समय पर ब्रेक ने उनके लिए अच्छा काम किया है। क्रिकेट से समय-समय पर ब्रैक लेने की बात पर उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी हर समय इसके बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम व्यक्तिगत रूप से बहुत अधिक ब्रेक लेना चुनते हैं, भले ही शेड्यूल आपको मंजूरी नहीं दे। खासकर वे खिलाड़ी जो सभी फॉर्मेट में खेलते हैं।’ कोहली ने कहा, ‘हालांकि, एक कप्तान होने के नाते यह आसान नहीं है। अभ्यास सत्रों में उस तेजी को बरकरार रखना, क्योंकि यह आप पर भारी पड़ता है। समय-समय पर ब्रेक मेरे लिए बहुत अच्छा काम करता है।’
वेलिंगटन टेस्ट में ओपनिंग को लेकर विराट ने कहा, ‘पृथ्वी बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। उनका अपना खेलने का अंदाज है। हम चाहते हैं कि वे उसी तरह खेलें जैसी उनकी शैली है। मयंक ने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा खेल दिखाया है। मुझे लगता है कि वे अपने प्रदर्शन को दोहरा पाएंगे। पृथ्वी भी न्यूजीलैंड में वैसा ही प्रदर्शन दोहरा पाएंगे।’