हॉकी वल्र्ड लीग सेमीफाइनल में शीर्ष दो में पहुंचने के नजदीक खड़ी भारतीय टीम गुरुवार को क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के सामने मैदान पर उतरेगी। ग्रुप दौर में भारत ने अपने चार में से तीन मैच जीते थे। जीत की हैट्रिक लगाने के बाद उसे अपने से मजबूत टीम नीदरलैंड से 3-1 से हार मिली। यह उसका आखिरी ग्रुप मैच था। मलेशिया ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में चीन को 5-1 से करारी मात दी थी। हालांकि वरीयताक्रम में भारत की टीम मलेशिया की टीम से ऊपर है। लेकिन, मलेशिया की टीम पूरे आत्मविश्वास से भारत के खिलाफ उतरेगी। उसे सुल्तान अजलान शाह कप में भारत पर मिली जीत से भी मानसिक संबल मिलेगा।
मलेशिया ने इसी साल की शुरुआत में 26वें सुल्तान अजलान शाह कप में भारत को 1-0 से हराया था। भारतीय कोच रोएलैंट ओल्टमैंस के दिमाग में यह बात होगी। भारत ने ग्रुप दौर में स्कॉटलैंड को 4-1, कनाडा को 3-0 और पाकिस्तान को 7-1 से मात दी थी। इन जीतों में अपने बेहतरीन और आक्रामक खेल का प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम एक और जीत के लिए अपना सबकुछ झौंकने को तैयार है। चीन के अलावा मलेशिया ने कोरिया को 1-0 से हराया था, लेकिन अर्जेटीना और इंग्लैंड के हाथों उसे मात खानी पड़ी थी।
ओल्टमैंस ने कहा है, “हमारी टीम के लिए कुछ अच्छी बातें हैं। टीम अच्छे फील्ड गोल कर रही है। टीम की फॉरवर्ड पंक्ति ने अभी तक जो किया है, उससे मैं खुश हूं। हम हर मैच के साथ बेहतर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, हालांकि कुछ क्षेत्र हैं जहां हमें काम करने की जरूरत है। जैसे कि अच्छी शुरुआत करना और ऐसा लगातार करते रहना और गलतियां न करना।
गौरतलब है कि भारतीय टीम को हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स के पूल-बी के आखिरी मैच में मंगलवार को नीदरलैंडस के हाथों 1-3 से हार का सामना करना पड़ा है। अपने पिछले मैच में पाकिस्तान को एकतरफा मुकाबले में 7-1 से मात देकर हैट्रिक पूरी करने वाली भारतीय टीम को नीदरलैंडस ने इस टूर्नामेंट की पहली हार दी है।
उसकी तरफ से थियेरी ब्रिंकमैन, सैंडर बार्ट और मिरको प्रुइश्ज्र ने गोल किए। भारत की तरफ से एक मात्र गोल आकाशदीप सिंह ने किया।
मजबूत टीम नीदरलैंडस ने पहले मिनट से ही भारतीय खेमे में हमला बोला और गोल करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय गोलकीपर आकाश चिकते ने लगातार दो शॉट को रोक कर बढ़त लेने से रोक दिया। नीदरलैंडस को हालांकि पहले गोल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और दूसरे मिनट में थियेरी ब्रिंकमैन ने रिवर्स शॉट खेल गेंद को गोलपोस्ट में पहुंचा दिया। इस बार आकाश कुछ नहीं कर पाए।
नीदरलैंडस ने हमले जारी रखे, लेकिन इसी बीच आकाश ने कुछ अच्छे बचाव किए। लेकिन 12वें मिनट में वह सैंडर के शॉट को दाई तरफ डाइव मारकर भी नहीं रोक पाए और गेंद काफी तेजी से आकाश को छकाते हुए गोलपोस्ट में पहुंची।
अगले मिनट भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन हरमनप्रीत गोल नहीं कर पाए। नीदरलैंडस ने पहले क्वार्टर का अंत 2-0 की बढ़त के साथ किया।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने कुछ आक्रमकता जरूर दिखाई, लेकिन शुरुआती मिनट में गोल नहीं कर पाई। नीदरलैंडस ने भी हमले जारी रखे लेकिन कई बार आकाश ने उन्हें रोक दिया।
नीदरलैंडस ने तीसरा गोल 24वें मिनट में किया। मिरको ने भारतीय खिलाड़ियों से गेंद ली और भागते गुए हुए नेट में डाल अपनी टीम को 3-0 से आगे कर दिया।
भारत का खाता आकाशदीप ने 28वें मिनट में खोला। गोल के लिए तरस रहे भारतीय टीम के खिलाड़ी सुनील ने गेंद आकाशदीप को पास की, लेकिन गोलकीपर ने रोक लिया। हालांकि अगले मिनट में आकाशदीप नहीं चूके और गेंद को गोलपोस्ट में डाल गए।
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने मौके तो बनाए, लेकिन कभी संयोजन और कभी दूसरी टीम की चुस्ती के कारण गोल नहीं हो सके।
चौथे क्वार्टर में 48वें मिनट में भारत को अपना दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत के शॉट का गोलकीपर ने बचाव किया। हालांकि इस क्वार्टर में भारत ने अपना दबदबा कायम रखा लेकिन वह बराबरी नहीं कर सकी। मैच खत्म होने से पहले भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस बार भी सफलता उसके हाथ नहीं लग सकी।
