भारत के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मैच में शतक लगाने के बाद बल्ला गिराने का इंग्लैंड के बल्लेबाज जोए रूट को अफसोस है। रूट ने हेडिंग्ले में खेले गए तीसरे मैच में शतक जमाया था और अपनी टीम को तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत दिलाई थी। रूट ने शतक लगाने के बाद तुरंत बाद अपने हाथ से बल्ला छोड़ दिया था।

रूट का बल्ला गिराना कुछ उस तरह था, जिस तरह गायक अपनी परफॉर्मेस खत्म करने के बाद माइक गिरा देते हैं। रूट का कहना है कि उन्हें तुरंत इस बात का अफसोस हुआ था। बीबीसी ने रूट के हवाले से लिखा है, “यह कार के टकराने जैसा था। ऐसा करने के बाद मुझे तुरंत पछतावा हुआ।”

रूट का वो 13वां शतक था। उन्होंने कहा, “अगर आप सोचते हैं कि आप इस तरह से जश्न मनाएंगे, तो आपको मैदान से बाहर भेज दिया, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यह मेरे द्वारा क्रिकेट के मैदान पर की गई सबसे निराशाजनक चीज है।” रूट का यह इस सीरीज में लगाया लगातार दूसरा शतक है। उन्होंने लॉर्डस मैदान पर खेले गए दूसरे वनडे में भी शतक जमाया था।

बता दें कि इंग्लैंड ने हेडिंग्ले मैदान पर खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में मंगलवार भारत को पस्त कर आठ विकेट से जीत सीरीज 2-1 से अपने नाम कर मेहमानों के लगातार सीरीज जीतने के क्रम पर फुल स्टॉप लगा दिया था। इंग्लैंड की कसी हुई गेंदबाजी के कारण भारतीय टीम आठ विकेट के नुकसान पर 256 रन ही बना सकी थी। इंग्लैंड ने यह लक्ष्य 44.3 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।

तीन मैचों की सीरीज इस मैच से पहले 1-1 की बराबरी पर थी। तीसरा मैच निर्णायक था, जहां मेजबान ने भारत को एकतरफा तरीके से मात दे टी-20 सीरीज में मिली हार का हिसाब बराबर किया। भारत को लगातार नौ सीरीज जीतने के बाद वनडे में किसी द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले भारत को आस्ट्रेलिया में 2015-16 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-4 से हार मिली थी। वहीं विराट कोहली की कप्तानी में भारत को मिली यह पहली सीरीज हार है।