भारतीय कोच अनिल कुंबले ने मंगलवार (14 मार्च) को कहा कि अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मैदानी बर्ताव को लेकर चर्चा के बावजूद उनकी टीम को आक्रामकता पर अंकुश लगाने के लिए नहीं कहेंगे। कुंबले ने तीसरे टेस्ट मैच से पहले कहा, ‘‘अगर खिलाड़ी मैदान पर उतरकर वह काम करते हैं, जिसकी उनसे उम्मीद की जा रही है तो फिर मैं नहीं चाहूंगा कि वे अपनी नैसर्गिक प्रवृति पर अंकुश लगाएं। मुझे नहीं लगता कि हमें आक्रामकता पर बहुत अधिक सोचने की जरूरत है। हर खिलाड़ी का खेलने का अपना तरीका होता है। ’’अभी तक यह चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर है और बाकी बचे दो मैचों में कोई भी टीम किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।

आक्रामकता पर कुंबले ने आगे कहा, ‘अगर आप यही चाहते हो, आप चाहते हो कि मैदान पर उतरने वाला खिलाड़ी दिखाए कि वह किसमें सक्षम है। यह बेहद अहम सीरीज है जो अभी 1-1 से बराबर है। दोनों टीमें इस मैच में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। मुझे पूरा विश्वास है कि क्रिकेट विजेता बनेगा।’ स्टीव स्मिथ के आउट होने पर डीआरएस को लेकर विवाद उठा, लेकिन बाद में बीसीसीआई और क्रिकेट अॉस्ट्रेलिया ने संयुक्त बयान जारी करके इस मसले को समाप्त किया। कुंबले ने कहा, ‘‘इस महान खेल का संरक्षक होने के नाते हमारा मानना है कि यह अहम है कि हम इसको सही तरह से आगे बढ़ाएं। इसके मुख्य हितधारक खिलाड़ी हैं और उन्हें निश्चित तौर पर अपनी जिम्मेदारी समझनी है।

वहीं आॅस्ट्रेलिया के पूर्व आॅलराउंडर शेन वॉटसन ने विराट कोहली की कप्तानी ओर मैदान पर अपनी टीम का नेतृत्व करने के उनके तरीके से काफी प्रभावित हैं। शेन वॉटसन ने विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा है कि वो मैदान पर अपना सबकुछ झोंक देते हैं और अपने हर खिलाड़ी से भी उतना ही एफर्ट चाहते हैं। वॉटसन ने विराट कोहली की कैप्टेंसी की तारीफ करते हुए उन्हें ‘आॅयरन फिस्टेड डिक्टेटर’ कहा है। डेली टेलीग्राफ से बातचीत में शेन वॉटसन ने कहा, ‘विराट कोहली की कप्तानी आॅयरन फिस्टेड डिक्टेटरशिप की तरह है। आॅस्ट्रेलिया को रांची में चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा की विराट कोहली गुस्सैल हैं। वह सिर्फ मैदान पर जैसा खेल होता है उसी हिसाब से अपनी भावनाएं जाहिर करते हैं। वह जीतना चाहते हैं, उन्हें हार से नफरत है। एक कप्तान की तरह वह ऐसे ही हैं। मैं विराट कोहली की एक बात से बहुत ज्यादा आकर्षित हूं और वह है जीत के लिए उनकी भूख। वह हमेशा सीमाओं से परे जाकर जीतने का प्रयास करते हैं।’

शेन वॉटसन ने विराट कोहली और स्टीव स्मिथ को बहुत ही ज्यादा प्रतिस्पर्धी कप्तान करार देते हुए कहा कि दोनों का नेचर एक जैसा ही है और दोनों हर कीमत पर सिर्फ जीतना चाहते हैं। उन्हें हारना पसंद नहीं है। वॉटसन ने कहा, ‘विराट तथा स्मिथ दोनों बहुत इमोशनल हैं। विराट का इमोशन मैदान पर नज़र आता है वहीं, स्टीव स्मिथ का इतना नहीं नज़र आता। हालांकि, दोनों का स्वभाव एक जैसा ही है। ये दोनों ही क्रिकेटर इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं। क्रिकेट प्रशंसक दोनों ही कप्तानों की आक्रमकता को मैदान पर देखना चाहते हैं और इसका लुत्फ उठाते हैं। यह एक शानदार सीरीज है जहां प्रतिस्पर्धी क्रिकेट दखने को मिल रहा है।’