पिछले कुछ महीनों से भारत लगातार क्रिकेट खेल रहा है। आईपीएल 2024 से पहले दिसंबर से मार्च के बीच 7 टेस्ट मैच खेले जाने हैं। इ बीच गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने सलाह दी है कि तेज गेंदबाजों का वर्कलोड मैनेज करना होगा। विश्व कप खत्म हो चुका है। भारत को दिसंबर से मार्च के बीच दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट खेलना है।

बुमराह,शमी और सिराज का प्रदर्शन

मोहम्मद शमी (7 मैच में 48.5 ओवर में 24 विकेट), जसप्रीत बुमराह ( 11 मैच में 20 विकेट और 91.5 ओवर) और मोहम्मद सिराज (11 मैच में 14 विकेट और 82.3 ओवर) ने विश्व कप में काफी गेंदबाजी की। इस तिकड़ी ने अगस्त-सितंबर में एशिया कप से ब्रेक नहीं लिया है। म्हाम्ब्रे ने कहा कि आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज के दौरान फास्ट बॉलर्स के वर्कलोड पर सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है।

वर्कलोड मैनेजमेंट के मामले पर क्या बोले म्हाम्ब्रे

वर्ल्ड कप के साथ म्हाम्ब्रे का कार्यकाल भी समाप्त हो गया। उन्होंने भारतीय तेज गेंदबाजों को लेकर कहा, “वर्कलोड मैनेजमेंट के मामले में हमें आगे बढ़ने में बहुत होशियार रहना होगा। इन लोगों ने काफी क्रिकेट खेला है। इसलिए हमें यह देखना होगा कि हम इसे लेकर कैसे आगे बढ़ सकते हैं। हमने अभी तक इस पर चर्चा नहीं की है।”

जसप्रीत बुमराह पर सबकी निगाहें

भारतीय तेज गेंदबाजी की बात करें तो जसप्रीत बुमराह पर सबकी निगाहें होंगी। चोट से वापसी करने में उन्हें एक साल वक्त लगा। हालांकि, उन्होंने शानदार वापसी की। एशिया कप से वर्ल्ड कप तक उनकी पुरानी धार दिखी। यह देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ट मैचों को लेकर बुमराह को कैसे मैनेज किया जाएगा। क्या वह कोई फॉर्मेट त्यागेंगे। क्या वह टेस्ट मैच खेलना चाहेंगे।