संदीप भूषण

भारत ने इंडोनेशिया में चल रहे एशियाई खेलों की एथलेटिक्स और निशानेबाजी स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2014 में मिले कुल पदकों के रेकार्ड को पार कर लिया है। गुरुवार को पहला स्वर्ण 1500 मीटर दौड़ में जिनसन जॉनसन ने तो दूसरा चार गुणा 400 मीटर में महिला टीम ने दिलाया। इसके अलावा, चार गुणा 400 मीटर में पुरुष टीम ने रजत पदक पर कब्जा किया। हालांकि पीयू चित्रा और सीमा पूनिया को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। एथलीटों के इस उम्दा प्रदर्शन से भारत ने ट्रैक एंड फील्ड में पिछले सात दशक का सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन किया।

दरअसल, भारत ने 2014 इंचियोन खेलों में 11 स्वर्ण, 10 रजत और 36 कांस्य जीते थे। इससे वह उस समय आठवें स्थान पर रहा था। 2018 के खेलों में भारत ने अब तक 13 पीले तमगे जीतकर पिछले खेलों के अपने रेकार्ड को पार कर लिया है। हालांकि वह अब भी पदकों के मामले में सर्वश्रेष्ठ से काफी पीछे है। भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1951 में रहा था। तब नई दिल्ली ने इसकी मेजबानी की थी। 15 सोने के साथ वह कुल 51 पदक जीतकर तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था। इसके बाद 2010 के एशियाई खेलों में भारत ने 14 स्वर्ण पदक झटके। वहीं 1962 और 1982 के एशियाई खेलों में उसने क्रम से 12 व 13 स्वर्ण जीते थे।

2018 के एशियाई खेलों में अब तक भारत के लिए सबसे ज्यादा स्वर्ण एथलीटों ने जीते। प्रतियोगिता के छह दिन बीत जाने के बाद एथलेटिक्स में भारत के नाम सात स्वर्ण, 10 रजत और दो कांस्य पदक हैं। 1978 और 2002 के एशियाई खेलों में भी भारत को इतने ही स्वर्ण पदक मिले थे, लेकिन कुल पदकों की संख्या कम थी। उन दो खेलों में भारत ने 17 पदक जीते थे जबकि 2018 के खेलों में वह 19 पदक जीत चुका है। नई दिल्ली में 1951 में हुए एशियाई खेलों में एथलीटों ने कुल 31 पदक हासिल किए थे। इसमें 10 स्वर्ण शामिल थे। 1982 में भारत ने एथलेटिक्स में 20 पदक जीते थे, लेकिन उस समय वह केवल चार ही सोना जीत पाया था। मौजूदा प्रतियोगिता में अब तक भारत एथलेटिक्स में चीन और बहरीन के बाद तीसरे नंबर पर है। पदक जीतने के मामले में दूसरे नंबर पर निशानेबाजी स्पर्धा रही। उसके खाते में कुल नौ पदक आए। इसमें दो स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य शामिल हैं। भारत के पारंपरिकखेलों में शामिल कुश्ती ने भी दो स्वर्ण पदक के साथ उसे तालिका में ऊपर पहुंचाने में मदद की। रोइंग और टेनिस में भी भारत एक-एक स्वर्ण झटकने में कामयाब रहा।

जिनसन और महिला चार गुणा 400 मी रिले टीम ने स्वर्ण जीते

भारत की चार गुणा 400 मी महिला रिले टीम ने गुरुवार को एशियाई खेलों के ट्रैक एंड फील्ड में दबदबा जारी रखते हुए लगातार पांचवां स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं जिनसन जॉनसन ने पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में सोने का तमगा हासिल किया। इससे देश ने शुरुआती 1951 चरण के बाद एथलेटिक्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
भारत ने एथलेटिक्स के अंतिम दिन पांच पदक जीते। 800 मीटर रेस जीतने वाले मंजीत सिंह 3:46.57 सेकंड के समय से चौथे स्थान पर रहे। बहादुर प्रसाद 1998 खेलों में पुरुषों की 1500 मीटर में पदक जीतने वाले अंतिम भारतीय थे जिसमें उन्होंने कांस्य पदक जीता था।

युवा धाविका हिमा दास ने अपना दूसरा एशियाई खेलों का पदक हासिल किया, लेकिन इस बार यह स्वर्ण रहा। उनकी, एमआर पूवम्मा, सरिता गायकवाड़ और वीके बिस्माया की महिला चौकड़ी को कोई प्रतिस्पर्धा नहीं मिली और उन्होंने आसानी से स्वर्ण पदक जीत लिया। इस बीच चक्का फेंक एथलीट सीमा पूनिया और मध्यम गति की धाविका पीयू चित्रा को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। सीमा 2014 में जीते स्वर्ण पदक का बचाव नहीं कर सकी और चीन की एशियाई चैंपियन चेन यांग ने अपने अंतिम प्रयास में 65.12 मीटर की दूरी से स्वर्ण पदक जीता। इससे वह भारतीय एथलीट से 2.86 मीटर से आगे रहीं। वहीं पिछले साल भुवनेश्वर में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली चित्रा ने 4:12.56 समय से कांस्य पदक हासिल किया जो उनका पहला एशियाई पदक है। पुरुष चार गुणा 400 रिले टीम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा और वह कतर के बाद दूसरे स्थान पर रही। कुन्हु मोहम्मद, धारून अय्यासैमी, मोहम्मद अनस और अरोकिया राजीव ने तीन मिनट 01.85 सेकंड का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल किया।