बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया तो सोशल मीडिया पर यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ का नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। कोई सरफराज खान को मौका न दिए जाने से नाराज था तो कोई चेतेश्वर पुजारा के ड्रॉप होने खफा था। इस बीच तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर काफी कम चर्चा नहीं हुई जिनका नाम टेस्ट टीम में शामिल नहीं था।
शमी ने खुद मांगा आराम
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मोहम्मद शमी को ड्रॉप नहीं किया गया है बल्कि उन्होंने खुद आराम मांग है। शमी ने टीम के हेड कोच और रोहित शर्मा से वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज से आराम मांगा था। इस दौरे के बाद टीम इंडिया का व्यस्त कार्यक्रम है, ऐसे में शमी की अपील मान ली गई। हालांकि शमी का खुद से आराम मांगना दिलचस्प है क्योंकि वह इस पक्ष में नहीं रहे हैं।
मोहम्मद शमी के कोच फैसले से हैरान
शमी के कोच बाहरुद्दीन सिद्दकी का कहना है कि यह तेज गेंदबाज पुरानी सोच का है जिसे लगता है कि जितनी गेंदबाजी करेंगे उतना बेहतर होंगे। शमी खुद भी यह बात कह चुके हैं कि उन्हें आराम पसंद नहीं है। आराम से कई बार खिलाड़ियों का रिदम खराब हो जाता है।
वर्कलोड के नाम पर ज्यादा आराम के पक्ष में नहीं शमी
उन्होंने कुछ समय पहले कहा था, ‘किसके पास इतनी हिम्मतहै कि वह यह कह दे कि उसे बाहर बैठना है। कोई बाहर नहीं बैठना चाहता है लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट नाम की भी चीज होती है। मैं इस बात से कुछ हद से सहमत हूं लेकिन मुझे लगता है कि इसका नुकसान भी है। मुझे लगता है कि जब आप अच्छे फॉर्म में और रिदम में होते हैं तो आपको खेलना बंद नहीं करना चाहिए। हालांकि रिकवरी के लिए ब्रेक की जरूरत होती है लेकिन मुझे लगता है कि आपको यह ढंग से करना चाहिए।’ शमी खुद को वर्ल्ड कप के लिए पूरी तरह फिट चाहते हैं और अपने वर्कलोड को मैनेज करने के लिए ही उन्होंने यह फैसला किया है।