भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट मैच में प्रोटियाज पेसर वर्नन फिलांडर की गेंदबाजी का जादू देखने को मिला। उन्होंने मैच के चौथे दिन दूसरी पारी में छह विकेट अपनी झोली में गिराए। यहां तक कि उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच हुई टीम की सबसे मजबूत साझेदारी को भी तोड़ा। आगे रविचंद्रन अश्विन भी भुवनेश्वर कुमार के साथ कुछ ऐसी पारी खेलने के मूड में नजर आ रहे थे। मगर उन्होंने अश्विन को भी पवेलियन की राह दिखा दी। ऐसा सिर्फ और सिर्फ एक खास वजह से हुआ। मैदान पर इस विकेट को गिराने के लिए फिलांडर को एक साथी खिलाड़ी ने आइडिया दिया था, जिसकी मदद से वह अश्विन का विकेट झटक सके। बाद में खुद फिलांडर ने इस बारे में खुलासा किया। पिच पर अश्विन और भुवनेश्वर जमते नजर आ रहे थे। वे 49 रनों की साझेदारी पर डटे हुए थे। वे आसानी से मोर्ने मॉर्कल और कगिसो रबाडा की गेंदें खेल रहे थे।
फिलांडर ने अश्विन के विकेट का श्रेय फाफ डु प्लेसिस को दिया। कप्तान डु प्लेसिस ने ही अश्विन को आउट करने का उन्हें आइडिया दिया था। सुझाव के तौर पर विकेटकीपर को स्टंप के पास खड़े होने के लिए कहा था। दूसरी पारी में छह विकेट्स के लिए मैन ऑफ मैच रहे खिलाड़ी ने बताया, “आपको खुद को सुझावों के लिए खुला रखना होता है, लेकिन मैं इसके लिए फैफी (फाफ डु प्लेसिस) को श्रेय दूंगा। अश्विन तब क्रीज के बाहर खड़े होकर खेल रहे थे। विकेट इस दौरान थोड़ा स्लो थी। गेंद भी पुरानी हो चुकी थी। मुझे भी तब लगा था कि यही सही मौका है।”
दूसरी पारी में अश्विन ने 53 गेंदों में टीम के लिए 37 रनों की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान कुल पांच चौके मारे थे। जबकि, साथी भुवनेश्वर 13 रन पर नाबाद रहे थे। उन्होंने कुल 41 गेंदों का सामना किया था, जिसमें उन्होंने एक चौका जड़ा था। अश्विन इसी दौरान फिलांडर की गेंद पर अपना कैच क्विंटन डि कॉक को थमा बैठे थे। टीम इंडिया इस वक्त साउथ अफ्रीका के दौरे पर है। फिलहाल दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज चल रही है। प्रोटियाज इसमें 1-0 में बढ़त बनाए हुए हैं। पहला मैच पांच से नौ जनवरी के बीच खेला गया था, जिसे अफ्रीकी टीम ने 72 रनों से अपने नाम किया। अब दूसरा टेस्ट 13 जनवरी से 17 जनवरी को खेला जाना है।
