भारतीय टीम को दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे पर तीन-तीन मैचों की वनडे और टी20 सीरीज में हिस्सा लेना है। इसके बाद भारत और प्रोटियाज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेली जाएगी। इस दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया जा चुका है और इसके बाद टीम के चयन को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इसी कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने भी बताया कि साउथ अफ्रीका दौरे पर वनडे और टी20 टीम में इस तेज गेंदबाज को जगह दी जानी चाहिए थी।
भुवनेश्वर को वनडे और टी20 टीम में मिलना चाहिए थे मौका
आशीष नेहरा से जियो सिनेमा पर बातचीत के दौरान साउथ अफ्रीका दौरे के लिए चुनी गई टीम पर उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि मैं इस पर से बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं कि सेलेक्टर्स ने इस दौरे के लिए तीन अलग-अलग टीमों को चुना है और इसमें लगभग हर किसी का नाम आ गया है। यहां शायद ही कोई खिलाड़ी ऐसा होगा जिसका नाम वहां पर नहीं है। हालांकि मेरे दिमाग में एक खिलाड़ी का नाम आ रहा है क्योंकि आप साउथ अफ्रीका दौरे पर जा रहे हैं और आपने बहुत सारे तेज गेंदबाजों का चयन किया है, लेकिन भुवनेश्वर कुमार टीम में नहीं हैं। मैं समझता हूं कि आपके पास नई गेंद के अन्य विकल्प हैं जिसमें अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार शामिल हैं।
आशीष नेहरा ने कहा कि मेरा मानना है कि भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभी और प्रोडक्टिव गेंदबाज को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। आप सभी विकल्पों को देखें तो भुवनेश्वर कुमार एक अनुभवी गेंदबाज हैं और मैं कहूंगा कि वह अभी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और चयनकर्ताओं को उन पर नजर रखनी चाहिए। उन्हें पूरी तरह से नहीं भूलना चाहिए, खासकर जब आप टी20 और वनडे क्रिकेट की बात करते हैं। नेहरा ने स्वीकार किया कि सीमर स्लॉट के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है जिसमें जसप्रीत बुमराह, मो. सिराज, मो. शमी, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार,प्रसिद्ध कृष्णा और आवेश खान जैसे नाम रेस में हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भुवनेश्वर के कंधों पर एक मजबूत जिम्मेदारी है और अगर कोई घायल हो जाता है या खराब गेंदबाजी करता है तो उनके नाम पर विचार किया जाना चाहिए। जब आप सीमित प्रारूप की बात करते हैं तो भुवी किसी भी टीम में फिट हो सकते हैं खासतौर पर जब वह अच्छी गेंदबाीज कर रहे हों क्योंकि उनके पास कौशल और अनुभव के मामेल में कोई कमी नहीं है। यह अलग बात है कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं खेले थे, लेकिन उन्हें योजना का हिस्सा बनाया जाना चाहिए थे।