इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि वह भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में जैक क्रॉली के एलबीडब्ल्यू आउट देने को लेकर आपत्ति पर बेन स्टोक्स की राय से सहमत हैं, लेकिन अंपायर कॉल को खत्म करने के इंग्लैंड के कप्तान की राय का समर्थन नहीं करते। हुसैन की टिप्पणी तब आई जब स्टोक्स ने राजकोट में इंग्लैंड की दूसरी पारी में क्रॉली को आउट दिए जाने पर निराशा व्यक्त की। बॉल-ट्रैकिंग में ऐसा लग रहा था कि गेंद स्टंप से ऊपर जा रही थी।

बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम के साथ इस मामले को लेकर मैच रेफरी जैफ क्रो से चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि अंपायर्स कॉल को खत्म कर देना चाहिए। अब नासिर हुसैन ने डेली मेल में स्टोक्स की मांग पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अंपायर्स कॉल अंपायर को बचाने के लिए नहीं रखा गया है। टेक्नोलॉजी में थोड़ी बहुत गड़बड़ी होने के कारण यह रखा गया है।

नासिर हुसैन ने क्या कहा?

नासिर हुसैन ने कहा, ” तकनीक में गड़बड़ी हो सकती है, लेकिन मैं हमेशा इस बात पर दृढ़ रहा हूं कि मुझे डीआरएस पसंद है और मुझे अंपायर्स कॉल भी पसंद है। फुटबॉल में वीएआर के साथ शेमोजल को देखें। क्रिकेट में ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्टोक्स और विराट कोहली जैसे अन्य लोग शायद इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, लेकिन अंपायर्स कॉल ऑफिशियल्स को बचाने के लिए नहीं है, यह टेक्नोलॉजी में गड़बड़ी की संभावना के कारण है।”

सिस्टम में कुछ बदलाव हुए हैं

नासिर हुसैन ने कहा, ” यह भी ध्यान रखें कि सिस्टम में कुछ बदलाव हुए हैं और गेंद अब बेल्स के ऊपर लगती है। तीसरे टेस्ट में ओली पोप और जैक क्रॉली के एलबीडब्ल्यू स्टंप से ऊपर दिख रहे थे, लेकिन उन्होंने ऊंचाई 1.3 सेंटीमीटर बढ़ा दी है। एक बात पर मैं बेन से सहमत होऊंगा। उन्होंने कहा कि क्रॉली के विकेट वाले इमेज से पता चलता है कि गेंद स्टंप्स को मिस कर रही थी। यदि ऐसा है तो आप आउट नहीं दे सकते।”