IND vs ENG: बंगाल के 29 साल के अनुभवी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने आखिरकार अपने बेटे की लगातार अनदेखी और भारतीय टीम में मौका न मिलने पर अपनी चुप्पी तोड़ी। अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने कहा कि उनका बेटा थोड़ा उदास लग रहा है और ऐसा होना स्वाभाविक है जब किसी को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद मौके नहीं मिले।

अभिमन्यु ईश्वरन को पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद से 961 दिन (खबर लिखे जाने तक) बीत चुके हैं और यह अनुभवी बल्लेबाज अब भी बेंच पर ही बैठा है। टीम में उनके शामिल होने के बाद से कुल 15 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है, और यहां तक कि करुण नायर ने भी आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की।

अभिमन्यु की लगातार हुई अनदेखी

अभिमन्यु ईश्वरन के पित, रंगनाथन ईश्वरन अपने बेटे की लगातार उपेक्षा देखकर बहुत दुखी हैं। उन्होंने कहा कि यह बल्लेबाज लगातार रन बना रहा है, लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन उसे मौके नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं गिन रहा कि अभिमन्यु कितने दिनों से अपने टेस्ट डेब्यू का इंतजार कर रहा है। मैं तो सालों की गिनती कर रहा हूं और अब तीन साल हो गए हैं। एक खिलाड़ी का काम क्या होता है, रन बनाना और उसने वही किया है। लोगों ने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर इंडिया ए के दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और टीम में जगह नहीं बना पाया जो कि जायज भी है।

अभिमन्यु पर भरोसा नहीं जताया

टीओआई से बात करते हुए अभिमन्यु के पिता ने आगे कहा कि जब अभिमन्यु ने बीजीटी (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) से पहले अच्छा प्रदर्शन किया था, उस दौरान करुण नायर टीम में नहीं थे। करुण को दलीप ट्रॉफी या ईरानी ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया था। अगर आप पिछले साल से लेकर इस साल तक की अवधि पर गौर करें तो अभिमन्यु ने करीब 864 रन बनाए हैं। रंगनाथन ने आगे कहा कि टीम प्रबंधन ने करुण नायर पर भरोसा जताया, लेकिन उनके बेटे पर नहीं जो निराशाजनक है।

आईपीएल में प्रदर्शन करने वालों को टेस्ट टीम में जगह

उन्होंने आगे कहा कि आप दोनों की तुलना कैसे कर सकते हैं, मुझे समझ में नहीं आता। उन्होंने करुण नायर को मौका दिया ठीक है, उन्होंने 800 से ज्यादा रन बनाए और चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है। रंगनाथन आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टेस्ट टीम में तरजीह मिलने से भी नाराज दिखे और उन्होंने साई सुदर्शन की ओर इशारा किया और खुलासा किया कि वह अपने बेटे को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार उसके संपर्क में हैं।

मेरा बेटा उदास है

अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने कहा कि मेरा बेटा थोड़ा उदास लग रहा है, लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है। कुछ खिलाड़ी आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं और सेलेक्टर्स उन खिलाड़ियों को लेकर फैसला जल्दबाजी में ले लेते हैं। टेस्ट क्रिकेट के लिए टीम चुनते समय आईपीएल के प्रदर्शन को नहीं गिना जाना चाहिए। टेस्ट टीम में चयन के लिए रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी को आधार बनाया जाना चाहिए।