इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट के लिए भारत दौरा अच्छा नहीं जा रहा। वह गेंद से जरूर कहर बरपा रहे हैं लेकिन उनका बल्ला अब तक शांत ही रहा है। जो रूट को दिग्गज खिलाड़ी एलिस्टर कुक ने बैजबॉल की अपना स्वाभविक खेल खेलने की सलाह दी थी। रूट अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पहले कप्तान रहे एलिस्टर की सलाह मानने के मूड में नहीं है।

एलिस्टर कुक की सलाह नहीं मानेंगे जो रूट

कुक और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन चाहते हैं कि रूट अन्य खिलाड़ियों की तुलना में अपनी स्वाभाविक गति से खेलें। उनके मुताबिक रूट बैजबॉल में फिट बैठने के लिए अपना स्वाभाविक खेल नहीं खेल रहे हैं। हालांकि रूट खुद को बदलने के लिए तैयार नहीं है। रूट ने कहा, ‘‘हमारी टीम नतीजे की परवाह किये बिना उस अंदाज में खेलना जारी रखेगी जो उसे आता है। इसने हमें पिछले कुछ समय से सफलता दिलायी है।

रूट को बैजबॉल पर है भरोसा

इससे हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पा रहे है। हम पहले भी ऐसी स्थिति (पहले टेस्ट की पहली पारी में बड़े अंतर से पिछड़ने के बाद वापसी) में रहे हैं।’’ इंग्लैंड की टीम श्रृंखला के पहले मैच की पहली पारी में 190 रन से पिछड़ने के बावजूद जीत दर्ज करने में सफल रही। टीम को हालांकि दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार हमने इंग्लैंड में भारत का सामना किया था। उस टेस्ट मैच में भी हम बड़े अंतर से पिछड़ रहे थे लेकिन हमने वापसी कर जीत दर्ज की। ऐसा कई बार हो चुका है।’’

बैजबॉल के युग में नहीं होती टीम मीटिंग

रूट ने दूसरे टेस्ट से पहले यहां जियो सिनेमा से कहा, ‘‘हम अब टीम बैठक नहीं करते हैं। यह टीम में होने वाली अच्छी चीजों में से एक है कि हम खेल से दूर अपनी सारी बातचीत कैसे करते हैं। एक-दूसरे के साथ समय बिताने का लुत्फ उठाते हुए चर्चा करना पसंद करते हैं।’’ इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘हमें अब ‘मीटिंग रूम’ में नहीं बैठना होता है। मुझे लगता है कि आप खाने के टेबल पर या कॉफी पीते समय अपनी भावनाओं को ज्यादा अच्छे से व्यक्त कर सकते हैं।’’