भारत के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट में 2-1 की बढ़त बनाने के बाद इंग्लैंड ने चौथे टेस्ट के लिए टीम में चोटिल शोएब बशीर की जगह ऑलराउंडर लियाम डॉसन को चुना। 2017 में पिछली बार टेस्ट खेलने 35 साल के डॉसन ने इंग्लैंड के लिए रेड बॉल क्रिकेट में 3 मैच खेले हैं। उन्हें 8 साल बाद इंग्लैंड की टीम में चुना गया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका बेजोड़ रिकॉर्ड है।

डॉसन ने अब तक 212 प्रथम श्रेणी मैचों में 371 विकेट लिए हैं। इसके अलावा 18 शतकों की मदद से 10 हजार से अधिक रन भी बनाए हैं। डॉसन का भारतीय बल्लेबाज करुण नायर से खास कनेक्शन है। डॉसन ने 2016 में चेन्नई में टेस्ट डेब्यू किया था। इसी मैच में नायर ने तिहरा शतक ठोका था। डॉसन ने इस मैच की पहली पारी में अर्धशतक ठोकने के अलावा 2 विकेट लिए थे।

लियाम डॉसन का प्रथम श्रेणी करियर

डॉसन पिछले कई सीजन से काउंटी चैंपियनशिप में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्हें इंग्लैंड की टेस्ट टीम में शामिल करने की मांग लगातार उठ रही थी। हाल ही में, उनकी वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड की टी20 टीम में वापसी हुई थी। उन्होंने तीन मैचों में पांच विकेट लिए। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डॉसन ने बल्ले से 35.29 के औसत से 10,731 रन बनाए हैं और गेंद से 31.54 के औसत से 371 विकेट लिए हैं। उन्होंने 18 शतक जड़े हैं।

इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट के लिए टीम में किया बड़ा बदलाव, 8 साल बाद इस खिलाड़ी की वापसी

8 साल की उम्र में अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक

इंग्लैंड के पूर्व अंडर 19 कप्तान डॉसन ने 18 साल की उम्र में अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया और हैम्पशायर के लिए शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। शुरुआत में वह एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में उभरे, जो बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी के साथ उपयोगी साबित हुए, लेकिन जैसे-जैसे उनका करियर आगे बढ़ा उन्हें बल्लेबाजी से ज्यादा गेंदबाजी के लिए जाना जाने लगा।

केविन पीटरसन को दो बार शून्य पर आउट करके सुर्खियां बटोरीं

डॉसन ने 2011 में जिम्बाब्वे में माउंटेनियर्स के लिए अपने पदार्पण मैच में 51 रन देकर 7 विकेट लिए। अगले सीजन इंग्लैंड वापस आकर, केविन पीटरसन को दो बार शून्य पर आउट करके सुर्खियां बटोरीं। पीटरसन को एक 40 ओवर के मैच और एक टी20 में आउट किया। उस साल उन्होंने हैम्पशायर की टी20 टूर्नामेंट में खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 24.22 के औसत से नौ विकेट लिए। एक साल बाद, 21.30 के औसत से 13 विकेट लिए। हालांकि, टीम इस बार केवल सेमीफाइनल तक ही पहुंच पाई।