भारत-इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मैच से पहले माहौल गरमा गया है। 23 जुलाई से मैनचेस्टर में टेस्ट मैच से एक दिन पहले मंगलवार (22 जुलाई) को भारत के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड की खेल भावना पर सवाल उठा दिए। गिल से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड के औपनर जैक क्रॉली और बेन डकेट से भिड़ंत को लेकर सवाल हुआ। भारतीय कप्तान ने स्पष्ट जवाब देकर यह जाहिर कर दिया कि मेहमान आक्रामक क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स से मामले को लेकर सवाल हुआ। उन्होंने भी कहा कि वह छेड़ने पर पीछे नहीं हटेंगे।
गिल ने लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन के खेल के अंत में इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाजों की देरी की रणनीति की आलोचना करते हुए कहा कि क्रीज पर 90 सेकंड देरी से आना खेल की भावना के अनुरूप नहीं था।मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट से पहले बोलते हुए, गिल ने मैच से पहले मीडिया से बातचीत का अंत विस्फोटक अंदाज में किया जब उनसे तीसरे मैच के दौरान मैदान पर तनाव के बारे में पूछा गया। लॉर्ड्स में दोनों टीमों द्वारा दिखाई गई आक्रामकता के बाद यह सवाल अंग्रेजी मीडिया से लेकर भारतीय और घरेलू टीम के खिलाड़ियों तक लगातार पूछा जा रहा है।
90 सेकंड देरी खेल भावना के आड़े आता है
गिल ने कहा, “हां, बहुत से लोग इस बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं एक बार और मामला स्पष्ट कर दूं, उस दिन इंग्लिश बल्लेबाजों के पास खेल के सात मिनट बचे थे। उन्हें क्रीज पर आने में 90 सेकंड देरी से आए, 10 नहीं, 20 नहीं, बल्कि 90 सेकंड देरी से। हां, ज्यादातर टीमें यही (देरी करने की रणनीति) अपनाती हैं, अगर हम भी किसी स्थिति में होते, तो हम कम ओवर खेलना पसंद करते, लेकिन ऐसा करने का एक तरीका होता है और हमें लगा कि अगर आपके शरीर पर गेंद लगती है, तो फिजियो को मैदान पर आने की अनुमति है और यह उचित है। लेकिन क्रीज पर 90 सेकंड देरी से आना मुझे नहीं लगता कि खेल भावना के आड़े आता है।”
जवाब देने से पीछे नहीं हटेगी
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी टीम बुधवार से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ियों की आक्रामकता का जवाब देने से पीछे नहीं हटेगी। इंग्लैंड पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है। स्टोक्स ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हम बस यूं ही मैदान में उतरकर स्लेजिंग शुरू कर देंगे। मुझे नहीं लगता कि दोनों में से किसी भी टीम ने ऐसा करने की सोची है। मुझे लगता है कि टेस्ट सीरीज में हमेशा एक ऐसा पल आता है जब माहौल गरमा जाता है। यह एक बड़ी सीरीज है और दोनों टीमों पर अच्छा प्रदर्शन करने का काफी दबाव है।”
जानबूझकर ऐसा नहीं करेंगे
स्टोक्स ने कहा, ” जैसा कि मैंने कहा इसे हम जानबूझकर मैदान पर जाकर शुरू करने की कोशिश करेंगे, क्योंकि इससे हमारा ध्यान उस चीज से हट जाएगा जो हमें मैदान पर असल में करनी है। लेकिन किसी भी तरह से हम पीछे हटने वाले नहीं हैं और किसी भी विरोधी टीम को हमारे खिलाफ आक्रामक होने की कोशिश नहीं करने देंगे। सच कहूं तो, मुझे लगता है कि ज्यादातर टीमों के साथ ऐसा ही होता है। इसलिए ऐसा नहीं है कि हम अकेली टीम हैं जो ऐसा करती है। लेकिन यह सीरीज शानदार रही है। इसे देखना शानदार रहा है। अब तक के सभी तीन टेस्ट पांच दिन चले हैं। क्रिकेट का स्तर बेहतरीन रहा है।”