इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम खिलाड़ियों के चोटिल होने से परेशान है। नितीश कुमार रेड्डी सीरीज से बाहर गए। चोट के कारण आकाशदीप और अर्शदीप सिंह इस टेस्ट मैच से बाहर हो गए। ऋषभ पंत को तीसरे टेस्ट में उंगली में चोट लगी थी और उनके खेलने पर भी सवाल था। हालांकि, पंत विकेटकीपर के तौर खेले, लेकिन बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गए। इसके कारण उन्हें बल्लेबाजी छोड़कर मैदान से बाहर जाना पड़ा।
ऋषभ पंत पूरी सीरीज से बाहर: 6 हफ्ते आराम की मिली सलाह, ध्रुव जुरेल करेंगे विकेटकीपिंग; 2 साल बाद होगी इस विकेटकीपर की टेस्ट में वापसी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद ऋषभ पंत की चोट पर अपडेट दी। इसमें कहा गया, ‘‘उनका स्कैन कराया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उन पर नजर रख रही है।’’ पंत की चोट गंभीर हो सकती है। वह काफी दर्द में दिख रहे थे और जहां गेंद लगी वहां सूजन भी था। खून भी निकल रहा था।
पंत को एंबुलेंस के तौर पर इस्तेमाल होने वाली गोल्फ कार्ट से मैदान से बाहर ले जाया गया। भारतीय टीम उम्मीद करेगी कि पंत की चोट गंभीर न हो। वह भले विकेटकीपिंग न करें, लेकिन बल्लेबाजी करें। पंत बल्लेबाजी करने आ सकते हैं। उनकी जगह पिछले मैच की तरह जुरेल विकेटकीपिंग कर सकते हैं। हालांकि, बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे।
भारत को बड़ा झटका, बैटिंग करते हुए ऋषभ पंत चोटिल; एंबुलेंस से गए बाहर
क्या ऋषभ पंत बल्लेबाजी करने आ सकते हैं?
ऋषभ पंत रिटायर हर्ट होकर मैदान से बाहर गए। वह जरूरत पड़ने पर या फिट होने के बाद बल्लेबाजी करने आ सकते हैं। आईसीसी के नियम के अनुसार चोट लगने के कारण मैदान से बाहर जाने वाला खिलाड़ी विकेट गिरने पर बल्लेबाजी करने के लिए आ सकता है। रिटायर आउट होने पर वह बल्लेबाजी करने नहीं आ सकता।
क्या सब्स्टीट्यूट फील्डर मिलेगा?
पंत जब चोटिल हुए उन्होंने 48 गेंद पर 37 रन ठोक दिए थे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग कर सकते हैं,क्योंकि उन्हें मैदान पर ही चोट लगी। आईसीसी के नियम के अनुसार मैदान पर चोट लगने पर सब्स्टीट्यूट फील्डर मिल सकता है। हालांकि, पहले से चोटिल होने पर सब्स्टीट्यूट नहीं मिलता। पंत को उंगली की चोट के लिए सब्स्टीट्यूट नहीं मिलता।