संदीप द्विवेदी। इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट के एक हफ्ते बाद सोमवार (21 जुलाई) को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए ऑलराउंडर नितीश रेड्डी के बारे में तीन बातें साझा कीं। इसमें बताया गया कि नितीश के बाएं घुटने में चोट है, वह घर लौट रहे है और टीम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करती है। कुछ घंटे बाद मैनचेस्टर में भारत के ट्रेनिंग सेशन की शुरुआत में तेज गेंदबाज आकाशदीप ने फिटनेस टेस्ट दिया। उन्हें कोच और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर का एक ग्रुप उत्सुकता से देख रहा था।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार आकाशदीप ने सोमवार (21 जुलाई) को नेट्स पर गेंदबाजी नहीं की। उनके भारत-इंग्लैंड सीरीज के महत्वपूर्ण चौथे टेस्ट में खेलने की संभावना नहीं है, जिसमें मेजबान टीम 2-1 से आगे है। लगातार दो टेस्ट मैच खेलने के बाद आकाशदीप और रेड्डी दोनों की चोट टीम प्रबंधन को रास नहीं आई है। उसने सख्त कदम उठाने पहले ही शुरू कर दिए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट के बाद खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस में सुधार करने के लिए कहा गया। खिलाड़ियों की दौरे से पहले की फिटनेस का आकलन करने के लिए एक उचित प्रोटोकॉल बनाने की दिशा में काम शुरू हो चुका है।
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पारदर्शी और मजबूत फिटनेस व्यवस्था
भविष्य में खासकर लंबे दौरे से पहले खिलाड़ियों की छोटी-मोटी चोटों और परेशानियों की जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी होगा। नया नेतृत्व समूह एक पारदर्शी और मजबूत फिटनेस व्यवस्था चाहता है क्योंकि अचानक और बार-बार होने वाली ये कमियां टीम की योजनाओं और संभावित रूप से टेस्ट और सीरीज के परिणाम को प्रभावित कर रही हैं।
प्रणाली में सुधार की गुंजाइश
भारतीय टीम के पूर्व प्रशिक्षक रामजी श्रीनिवासन कहते हैं कि इस प्रणाली में सुधार की गुंजाइश है। वह 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के मुख्य स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच थे। उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये घटनाएं दौरे के बीच में हुईं। मुझे लगता है कि सहयोगी स्टाफ बेहतर एहतियाती कदम उठा सकता था। मैच के अलावा होने वाली चोटों के बारे में पूर्वानुमान होना चाहिए। दौरे से पहले जांच और मूल्यांकन जैसे प्रोटोकॉल होने चाहिए।”
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एनसीए का प्रोटोकॉल काम नहीं कर रहा
फिलहाल सभी घायल क्रिकेटर्स को लेकर नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में प्रोटोकॉल तो हैं, लेकिन वे काम नहीं कर रहे हैं और इसी वजह से योजना बनाने में रुकावट आ रही है। बर्मिंघम में आकाश दीप ने 6 विकेट लिए थे। इसके बाद ऐसा लग रहा था कि भारत ने अपना तेज गेंदबाजी संयोजन खोज लिया है, लेकिन यह उम्मीद एक टेस्ट तक नहीं टिक पाई। लॉर्ड्स टेस्ट के बीच में आकाशदीप अपने कूल्हे को पकड़े हुए सावधानी से मैदान से बाहर जाते दिखे।
मोहम्मद सिराज ने आकाशदीप को लेकर क्या कहा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोहम्मद सिराज ने अपने साथी तेज गेंदबाज की फिटनेस पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “आकाशदीप को ग्रोइन में कुछ समस्या है, इसलिए उन्हें फिजियो के साथ रहना होगा। उन्होंने सुबह गेंदबाजी की, लेकिन अभी तक फिजियो से कोई जानकारी नहीं मिली है।”
आकाशदीप दौरे की शुरुआत में थे चोटिल
दौरे की शुरुआत में आकाशदीप को चोट थी। कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही थी। इसीलिए दिल्ली के तेज गेंदबाज हर्षित राणा को बैकअप के तौर पर बुलाया गया था। बंगाल के इस तेज गेंदबाज ने पहला टेस्ट मैच नहीं खेला था और स्कैन के बाद ही उन्हें मैच फिट घोषित किया गया। राणा को घर भेज दिया गया। अब एक और तेज गेंदबाज को टीम में शामिल किया गया है। आज हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज ने टीम के साथ ट्रेनिंग की।
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कम्बोज को मौका मिल सकता है
मैनचेस्टर में दूर से पिच नम दिख रही थी और ऊपर घने बादल छाए हुए थे ऐसे में भारतीय तेज गेंदबाजों के लिए हालात आदर्श होंगे। लेकिन किसी नए खिलाड़ी को मौका मिल सकता है। टीम प्रबंधन प्रसिद्ध कृष्णा की जगह कम्बोज को मौका दे सकता है। भारतीय टीम मैनचेस्टर में भी नितीश को टीम में मौका देती। लॉर्ड्स में इस तेज गेंदबाज ऑलराउंडर ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। 17 ओवर फेंके और रविंद्र जडेजा के साथ एक शानदार साझेदारी भी की। लंबी बल्लेबाजी लाइन-अप की चाहत रखने वाले प्रबंधन के लिए नितीश उनके आदर्श खिलाड़ी थे।
नितीश का मामला दिलचस्प
नितीश का मामला दिलचस्प है। क्या इंग्लैंड पहुंचते ही वह टेस्ट सीरीज के लिए तैयार थे? पूरे आईपीएल में इस ऑलराउंडर ने सिर्फ 5 ओवर ही फेंके। नितीश जिस सनराइजर्स हैदराबाद में खेलते हैं उसके कोच डेनियल विटोरी ने आईपीएल के दौरान बताया था कि चोट की वजह से उन्हें कम गेंदबाजी कराई जा रही थी।
क्या नितीश पर 17 ओवरो का बोझ पड़ा?
विटोरी ने कहा, “वह टूर्नामेंट में मांसपेशियों में खिंचाव के साथ आए थे, जो जाहिर तौर पर पूरे टूर्नामेंट में रहा। यही वजह है कि उन्होंने इससे पहले काफी क्रिकेट मिस किया और फिर धीरे-धीरे, सावधानी से उनका इस्तेमाल किा।” क्या पहले भी चोटिल रह चुके इस खिलाड़ी के शरीर पर 17 ओवरो का बोझ पड़ा?
चोट की पहले से जानकारी हो सकती है
विशेषज्ञ ट्रेनर्स का कहना है कि आधुनिक विज्ञान वास्तव में चोट की भविष्यवाणी कर सकता है, लेकिन आकलन वैज्ञानिक होना चाहिए और खिलाड़ियों को भी अपनी फिटनेस के बारे में ईमानदार होना चाहिए। एक एक्सपर्ट ने कहा, “किसी खिलाड़ी के ब्रेकडाउन के कई कारण हो सकते हैं। यह गलत मूवमेंट पैटर्न, मांसपेशियों का ओवरलोड होना लेकिन लचीलापन कम होना, एथलेटिक ट्रेनिंग की कमी और वर्कलोड मैनेजमेंट हो सकता है। यह खिलाड़ी द्वारा फिटनेस को लेकर चिंताओं छुपाने का मामला भी हो सकता है।”