भारत-इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट बुधवार (2 जुलाई) से बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाएगा। लीड्स टेस्ट हारकर 0-1 से पीछे चल रही भारतीय टीम के लिए चिंता की खबर यह है कि इस मैच में जसप्रीत बुमराह के खेलने की संभावना नहीं है। बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत इस दौरे पर सिर्फ 3 टेस्ट मैच खेलेंगे। इनमें से 1 वह खेल चुके हैं। अब केवल 2 मैच ही वह खेलेंगे। इस बीच गुरुवार (26 जून) को द इंडियन एक्सप्रेस ने जानकारी दी कि बुमराह दूसरे टेस्ट में नहीं खेलेंगे।

भारतीय टीम के पास उनके रिप्लेसमेंट के लिए काफी सीमित विकल्प है। शुभमन गिल और गौतम गंभीर को आकाशदीप, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव में से 1 खिलाड़ी को चुनना है। बुमराह के न होने पर भारत की गेंदबाजी काफी कमजोर होगी। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन पिछले मैच में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, लेकिन केवल 1 मैच के आधार पर खिलाड़ियों को ड्रॉप नहीं किया जाना चाहिए। खासकर तब जब बदलाव के दौर से गुजर रहे हों और भविष्य के लिए आपको गेंदबाज तैयार करने हों।

प्लेइंग 11 में सिर्फ 1 बदलाव करना चाहिए

बर्मिंघम टेस्ट में भारतीय टीम को प्लेइंग 11 में सिर्फ 1 बदलाव करना चाहिए। एजबेस्टन की परिस्थितियां और पिच देखकर बुमराह का विकल्प चुना जाना चाहिए। मौसम की बात करें तो बर्मिंघम में काफी गर्मी रहने वाली है। 28 जून से 1 जुलाई के बीच 27 डिग्री सेल्सियस से 31 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहने की संभावना है। बारिश की संभावना काफी कम है।

कुलदीप यादव क्यों प्रभावी साबित हो सकते हैं

टेस्ट मैच के दौरान 2 से 6 जुलाई के बीच 21-22 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहने की संभावना है। बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में कंडिशन काफी ड्राई रहने वाले हैं। कंडिशन ड्राई रहने पर कुलदीप यादव काफी प्रभावी साबित हो सकते हैं। यह चाइना मैन स्पिनर विकेट लेने की क्षमता रखता है। वह फ्लैट विकेट पर भी विकेट चटका सकते हैं। उन्हें पढ़ पाना मुश्किल है। कलाई के स्पिनर ने आखिरी बार सात साल पहले इंग्लैंड में खेला था। लॉर्ड्स में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा था।

कुलदीप परिस्थितियों पर निर्भर रहने वाले गेंदबाज नहीं

कुलदीप यादव ने अपने अपग्रेडेड ओवरस्पिन और बाउंस के सहारे अंग्रेज बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। अंग्रेज बल्लेबाजों के पास स्पिन से निपटने के लिए एक ही रास्ता दिखता है। बेन डकेट से लेकर बेन स्टोक्स तक स्वीप और रिवर्स स्वीप का इस्तेमाल करते हैं। रविंद्र जडेजा के खिलाफ आप इसका कारगर इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन कुलदीप यादव के वेरिएशन के सामने शायद यह काफी न हो। धर्मशाला में इंग्लैंड जैसी ही परिस्थितियां होती हैं। यहां उन्होंने 2024 की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने पहली पारी में 5 और दूसरे में 2 विकेट लिए थे।