प्रत्यूष राज। कानपुर में भारत-बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच बारिश से प्रभावित रहा है। 3 दिन में केवल 35 ओवर का खेल हो सका है। दूसरे और तीसरे दिन एक भी गेंद का खेल नहीं हो सका। 235 ओवर का खेल बर्बाद हो चुका है। इस बीच रविवार को ग्रीन पार्क स्टेडियम में बारिश नहीं हुई, लेकिन लगातार दूसरे दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। इसका कारण है: पुराना ड्रेनेज सिस्टम।

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तीन दिनों में केवल 35 ओवर का खेल संभव होने के कारण भारत-बांग्लादेश टेस्ट ड्रॉ की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की संभावना प्रभावित होगी। सीरीज में 1-0 से आगे चल रही रोहित शर्मा की टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलनी है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का पांच टेस्ट मैचों का दौरा करना है।

बारिश बंद होते ही मैच शुरू होगा

उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (UPCA) के कोषाध्यक्ष प्रेम मनोहर गुप्ता ने माना कि ग्रीन पार्क को देश भर में दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के स्वामित्व वाले कई अन्य टेस्ट मैदानों की तरह अपग्रेड नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ” देखिए, यह पुराना मैदान है। इस मैदान पर आधुनिक सुविधाएं नहीं हैं। हम इस मैच के बाद ड्रेनेज सिस्टम को फिर से बनाने की योजना बना रहे हैं। हम ड्रेनेज सिस्टम को इस तरह से सुधारेंगे कि बारिश बंद होते ही मैच शुरू हो जाए।”

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राजीव शुक्ला ने बारिश को ठहराया जिम्मेदार

बीसीसीआई उपाध्यक्ष और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला फिलहाल यूपीसीए में किसी पद पर नहीं हैं, लेकिन करीब दो दशकों से यूपी क्रिकेट से जुड़े हुए हैं। उन्होंने मैच न होने के लिए बारिश को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “हम क्या कर सकते हैं? यह 75 साल पुराना स्टेडियम है। यह एक हेरिटेज वेन्यू है। यह एक स्थायी टेस्ट सेंटर भी है। हम मौसम को नियंत्रित नहीं कर सकते। अगर भारी बारिश होती है, तो उचित जल निकासी व्यवस्था वाले स्टेडियम भी इसे झेल नहीं पाते। इसके लिए सेंटर को दोषी ठहराना गलत है।”

ग्रीन पार्क बना तो ड्रेनेज का कॉन्सेप्ट नहीं था

शुक्ला ने आगे कहा, “हमें मैदान को फिर से बनाना है और ड्रेनज को ठीक करना है। उस समय जब ग्रीन पार्क बनाया गया था, तब ड्रेनेज का कोई कॉन्सेप्ट नहीं था।” यूपीसीए के पास ग्रीन पार्क स्टेडियम नहीं है, लेकिन उसे राज्य सरकार से 30 साल की लीज पर मिला है। राज्य का दूसरा अंतरराष्ट्रीय मैदान लखनऊ का अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम को इकाना स्पोर्ट्ज सिटी के प्रबंधन के स्वामित्व में है।

सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में बीसीसीआई का स्टेडियम नहीं

भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में कई सालों से बीसीसीआई के स्वामित्व वाला कोई स्टेडियम नहीं होने के मुद्दे पर राजीव शुक्ला ने कहा, “हमारे पास लखनऊ में एकाना स्टेडियम है, जिसे कुछ साल पहले बनाया गया था। यह सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। वाराणसी में एक स्टेडियम निर्माणाधीन है और जल्द ही यह सेवाएं देने लगेगा।”

ग्रीन पार्क स्टेडियम में सिर्फ ड्रेनेज ही दिक्कत नहीं

ग्रीन पार्क स्टेडियम में सिर्फ ड्रेनेज ही दिक्कत नहीं है। प्रेस बॉक्स के करीब स्टैंड सी के अधिकांश टिकट नहीं बिके, क्योंकि उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इसे अनुपयुक्त माना था। इंडियन एक्सप्रेस ने पहले जानकारी दी थी कि अपर ब्लॉक स्टैंड को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंताएं थीं, जिसकी क्षमता 4,800 है। स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई जब एक फेमस बांग्लादेशी प्रशंसक ने आरोप लगाया कि टेस्ट के पहले दिन उसके साथ मारपीट की गई।