ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम साल 2004-05 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलने के लिए भारत आई थी तो उसे शानदार सफलता मिली थी। टीम 2-1 से सीरीज जीती थी। नागपुर में सीरीज का तीसरा टेस्ट खेला गया था और ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में 342 रन से जीत मिली थी। अब इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मैथ्यू हेडन ने शेयर किया है। उन्होंने बताया कि कैसे भारत को हराकर जश्न मनाना उनको भारी पड़ सकता था।
हेडन ने कहा कि वह रात में टीम होटल से रॉकेट (पटाखा) जलाने के लिए बाहर आए थे। रॉकेट कंट्रोल में नहीं रहा और अलग ही रास्ता पकड़ लिया और ट्रेन में चला गया। इसके दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई डर गए थे। उन्हें लगा था कि उन्हें वापस घर भेज दिया जाएगा। बाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच दूसरे टी-20 मैच के दौरान स्टार स्पोर्ट्स पर यह किस्सा साझा किया। मैच गीली आउटफील्ड के कारण तय समय पर शुरू नहीं हुआ।
मुझे लगा कि घर भेज दिया जाएगा
हेडन ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “मैं इस कहानी को अभी बता सकता हूं क्योंकि अब 10 साल से अधिक का समय हो गया है! रॉकेट एक घर में घुस गया। यह एक खुली इमारत (निर्माणाधीन) थी। वह घर से होते हुए रेलगाड़ी में जा घुसा! मुझे लगा कि मुझे घर भेज दिया जाएगा। सौभाग्य से किसी को चोट नहीं आई और मैं घर बैगर किसी सजा चला गया। एक सप्ताह तक इसके लिए प्रार्थना की!”
मैथ्यू हेडन के 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर पर नजर
बता दें कि मैथ्यू हेडन का ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार कैरियर रहा। उनकी गिनती अपने जमाने की धुरंधर ओपनर्स में होती है। उन्होंने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 103 टेस्ट क्रिकेट में 50.73 की औसत से 8625 रन बनाए। 161 वनडे में उन्होंने 43.80 की औसत से 6133 रन बनाए। वहीं 9 टी20 मैचों में 51.33 की औसत से 308 रन बनाए। टेस्ट में उन्होंने 30 और वनडे में 10 शतक जड़े। टी 20 में उन्होंने 4 अर्धशतक जड़े।
