ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में भारतीय टीम को फिनिशिंग टच देने वाले युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह अब किसी के आइडल बन चुके हैं। दरअसल, रिंकू से कुछ दिन पहले ही अपना टी20 डेब्यू करने वाले तिलक वर्मा ने रिंकू को अपना आइडल बनाया है। तिलक वर्मा का कहना है कि मैं रिंकू से सीख रहा हूं कि गेम को कैसे फिनिश करना है, क्योंकि वह भारत के लिए लगातार ऐसा कर रहे हैं।
पहले टी20 में फ्लॉप रहे थे तिलक वर्मा
तिलक वर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 से पहले कहा कि जिस तरह रिंकू भारतीय टीम के लिए लगातार गेम फिनिश कर रहे हैं मैं भी वैसे ही अपनी टीम के लिए करना चाहता हूं और इसीलिए मैं रिंकू से गेम फिनिश करना सीख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं आने वाले मैचों में भारत के लिए जरूर ऐसा करूंगा। बता दें कि विशाखापत्तनम टी20 मुकाबले में रिंकू से पहले तिलक वर्मा बैटिंग के लिए आए थे। तिलक 10 गेंद में 12 रन की पारी खेलकर आउट हो गए थे।
तिलक वर्मा ने बताया टीम में अपना रोल
तिलक वर्मा ने टीम में अपने रोल के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझ पर फिलहाल उम्मीदों का कोई दबाव नहीं है। टीम में मेरी बस एक भूमिका है और वह यह कि 5 नंबर पर जाकर मुझे स्ट्राइक रोटेट करनी है और अगर बॉल मेरे दायरे आती है तो मैं उस बड़ा शॉट खेलूंगा। तिलक वर्मा ने आगे कहा कि पिछले मैच में जब मैं खेल रहा था तो उस वक्त 10 रन प्रति ओवर चाहिए थे और मैंने लेग स्पिनर के सामने मैंने बड़े शॉट खेलने का फैसला किया था तो वहीं सेट बल्लेबाज सूर्या भाई ने तेज गेंदबाजों को टारगेट करने का प्लान बनाया था।
वेस्टइंडीज सीरीज में हाई स्कोरर रहे थे तिलक
पहले टी20 में फ्लॉप रहे तिलक वर्मा अपनी फॉर्म को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा है कि इस सीरीज से पहले सैयद मुश्ताल अली ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था और मैं आश्वस्त हूं कि इस सीरीज में जरूर अच्छा प्रदर्शन करूंगा। बता दें कि तिलक वर्मा ने रिंकू से पहले इंटरनेशनल डेब्यू किया था। तिलक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त में पांच मैचों की टी20 सीरीज में सबसे अधिक रन बनाए थे। उन्होंने 57.67 की औसत से 173 रन बनाए थे।