क्रिकेट के सर्वकालीन महान बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को सर डॉन ब्रैडमैन को याद किया। सचिन ने एक खास मौके महानतम बल्लेबाज के प्रति एक आभार जताया। सचिन ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा, मेरे दिल में सर डॉन ब्रैडमैन के लिए एक खास जगह है। मेरी जिंदगी में यह भी एक यादगार हिस्सा है। 23 अगस्त 2002 को सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना 30वां टेस्ट शतक जड़ते हुए ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा था।

एनडीटीवी के मुताबिक एक बार सचिन ने कहा था कि उनके पास डॉन ब्रैडमैन की चुनी हुई अॉल टाइम टेस्ट प्लेइंग इलेवन की एक फोटो है, जिसे उन्होंने अपने घर में फ्रेम कराकर रखा हुआ है। इस टीम में ब्रैडमैन ने सचिन को भी शामिल किया था। कुछ साल पहले अॉस्ट्रेलियाई कॉन्सुलेट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व पीएम टोनी एबॉट की मौजूदगी में सचिन ने कहा था कि कि मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा कॉम्पिलिमेंट मुझे सर डॉन ब्रैडमैन ने ही दिया था। 1994-95 में ब्रैडमैन ने अपनी पत्नी को बताया था कि सचिन की बैटिंग स्टाइल उन्हीं के जैसी है।

सचिन ने अपनी 30वीं सेंचुरी साल 2002 में लगाई थी। उस वक्त भारत टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। नेट वेस्ट सीरीज तो भारत ने 3-2 से जीत ली थी। लेकिन चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच इंग्लैंड ने जीतकर सबको हैरान कर दिया। इसके बाद दूसरा मैच ड्रॉ रहा। लेकिन तीसरे मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की कमर तोड़ दी। सचिन तेंदुलकर ने 330 गेंदों का सामना करते हुए शानदार 193 रन बनाए। इसके अलावा राहुल द्रविड़ 148 और सौरव गांगुली ने भी 128 रन ठोके। तीनों बल्लेबाजों के शतक की बदौलत भारत ने पहली पारी 8 विकेट खोकर 628 रन पर घोषित कर दी। जवाब में इंग्लैंड पारी और 48 रनों से हारा था।