टेस्ट क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा का भारतीय घरेलु टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बल्ला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लिमिटेड ओवर क्रिकेट में हमेशा अपनी प्रतिभा से कम आंके जाने वाले पुजारा ने इस टूर्नामेंट के दूसरे मैच में भी आतिशी पारी खेली है। पुजारा ने गुजरात के खिलाफ तेज बल्लेबाजी करते हुए 46 गेंदों में 68 रन ठोके हैं। पुजारा ने इस से पहले रेलवे के खिलाफ 61 गेंदो पर 100 रनों की पारी खेली थी। इस पारी ने कई लोगों को हैरान किया लेकिन पुजारा का कहना है कि वे अपने शतक से बिलकुल हैरान नहीं हैं उन्हें सीमित ओवर फॉर्मेट में अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा था।
पुजारा ने कहा “ये शतक मेरे लिए खास हैं लेकिन मुझे अपनी झमता के बारे में पता था। मुझे व्हाइट-बॉल क्रिकेट में जब भी मौका मिला है, मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे इस शतक से कोई हैरानी नहीं हो रही। मुझे पता था कि यह मेरे करियर में किसी मुकाम पर आएगा और यह सही समय है। मैंने अच्छी बल्लेबाजी की। टेस्ट क्रिकेट में अच्छी फॉर्म आपको छोटे प्रारूपों में अच्छी बल्लेबाजी करने में मदद कर सकती है।” पुजारा ने आगे कहा “मैंने लगातार टी 20 मैच नहीं खेले हैं। कई बार विकेट कठिन था और मैच लो स्कोरिंग रहे हैं। लेकिन जब आप एक अच्छी पिच पर खेलते हैं, तो आप हमेशा खुद को एक्सप्रेस कर सकते हैं। मुझे आज भरोसा था। मैंने अपनी व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर पिछले कुछ वर्षों में कड़ी मेहनत की है, कुछ शॉट्स जोड़े हैं। ईमानदारी से कहूं तो यह एक सपाट पिच थी, जिसकी आप इस प्रारूप में उम्मीद करते हैं। लेकिन जब आप एक अंतरराष्ट्रीय मैदान पर 100 स्कोर करते हैं तो अच्छा लगता है।”
उनसे नाए शॉट्स के बारे में पुछा गया तो पुजारा ने कहा ” आप केन विलियमसन को देखिये अगर आप उनकी टी-20 बल्लेबाजी को देखें तो उन्होंने आईपीएल (2018) में ऑरेंज कैप हासिल की है। उनके ज्यादातर शॉट्स क्रिकेटिंग शॉट हैं। यही मैं देखता हूं। मुझे इसी तरह रन बनाना पसंद है। अगर कही मुझे कुछ अलग शॉट्स खेलने पड़े तो मैं उस पर काम करूंगा। मैं उलटे सीधे शॉट्स खेलने के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मेरी सफलता क्रिकेटिंग शॉट्स के साथ रही है और जब तक मैं कर सकता हूं, तब तक टिकूंगा। लेकिन अगर फील्डिंग इस तरह से सेट किया गया है कि मुझे पैडल या स्कूप खेलने की जरूरत है, तो मैं यह भी कर सकता हूं।”
दो बार आईपीएल में नहीं चुने जाने के बार में जब पुजारा से पुछा गया तो उन्होंने कहा “मैंने अपना नाम आईपीएल नीलामी में इसलिए रखा क्योंकि कहीं न कहीं मैं सफेद गेंद खेलने को लेकर बहुत कॉन्फिडेंट हूं। फिर चाहे वह वनडे हो या टी-20। अगर मुझे नहीं चुना गया, तो मुझे नहीं चुना गया। लेकिन ऐसे परिणामों के साथ अगर मैं इस तरह से बल्लेबाजी करता रहा तो एक दिन लोग का ध्यान मुझपर जरूर जाएगा। यहां तक कि आईपीएल फ्रेंचाइजी भी मेरे बारे में सोचेंगे। अगर मुझे अभी भी नहीं चुना गया है तो मैं उन चीजों को करूंगा जो मैं कर रहा हूं। मैं किसी की धारणाओं को बदलना नहीं चाहता।”