आपने शायद ही सुना होगा कि डोपिंग (Doping) का आरोप लगने पर किसी एथलीट को जेल हुई हो, लेकिन सरकार अब इस मामले में सख्त होने जा रही है। सरकार डोपिंग को गैर जमानती अपराध घोषित करने की तैयारी कर रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में यह जानकारी एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंजू बॉबी जार्ज ने दी है।
जब हम एथलेटिक्स में भारत की बात करते हैं तो अंजू बॉबी जॉर्ज उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन का प्रतीक हैं। अंजू ने 2003 विश्व चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद भारत को ट्रैक एंड फील्ड वर्ल्ड चैंपियनशिप में अगला पदक जीतने में 19 साल लग गए। नीरज चोपड़ा ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में जैवलिन थ्रो में रजत पदक जीता था। हालांकि, भारत की लंबी कूद की रानी को जिस बात से पीड़ा होती है वह है अल्पकालिक लाभ। इसका लालच देकर युवा एथलीट अंततः डोपिंग जाल में फंस जाते हैं।
46 वर्षीय अंजू बॉबी जॉर्ज कहती हैं, ‘डोपिंग एक अपराध है। हम बहुत कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसे रोक नहीं पा रहे हैं। नाडा (NADA/नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) कई कदम उठा रही है, फेडरेशन भी कोशिश कर रही है। सरकार गैर जमानती कानून लाने के लिए कोशिश कर रही है। लेकिन फिर भी लोग ऐसा (डोपिंग) कर रहे हैं।’
जनवरी 2023 में डोप टेस्ट में फेल हो गईं थीं दुती चंद
जनवरी 2023 में भारत की शीर्ष धाविका दुती चंद डोप टेस्ट में फेल रहीं थीं। प्रतियोगिता से बाहर हुए टेस्ट में नमूने में कुछ प्रतिबंधित एनाबॉलिक पदार्थ पाए जाने के बाद उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। अभी हाल ही में जुलाई 2023 में स्प्रिंटर अर्चना सुसींद्रन और अंजलि देवी को भी निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उनके मूत्र के नमूनों में प्रतिबंधित पदार्थ पाए गए थे।
अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा, ‘हमारे शरीर में किसी भी पदार्थ (पाया जाता है) के लिए हम जिम्मेदार हैं। लेकिन बात यह है कि कुछ अन्य संभावनाएं भी हैं। आपके खाने में कोई कुछ डाल सकता है, शरारत हो सकती है। लेकिन ज्यादातर मामलों में वे (एथलीट) खुद ले रहे हैं।’
अंजू का मानना है कि ‘अल्पकालिक लाभ’ का लालच बच्चों को गलत रास्ते पर डाल रहा है। अंजू एक फाउंडेशन भी चलाती हैं। वह और उनके पति और कोच रॉबर्ट लंबी कूद की खिलाड़ी शैली सिंह की मेंटर भी हैं। अंजू ने कहा, ‘कुछ थोड़े से लाभ के लिए वे ऐसा कर रहे हैं। हम बच्चों को कितना सिखा सकते हैं? अगर वे ऐसा करना चाहते हैं तो वे ऐसा करेंगे।’
अंजू ने कहा, ‘हालांकि, मेरी राय में हम (शायद) इसे पूरी तरह से नहीं रोक सकते हैं। हमें उस स्रोत का पता लगाना चाहिए जहां से यह आ रहा है। इसे वहीं रोकना चाहिए। अब (इंटरनेट युग में), कोई भी कहीं से भी (कुछ भी) ऑर्डर कर सकता है। यह एक बड़ी चुनौती है।’