भारतीय महिला हॉकी टीम शनिवार को ओमान की राजधानी मस्कट में हॉकी 5s के वर्ल्ड कप के फाइनल में नीदरलैंड्स का सामना करने उतरी। नीदरलैंड्स ने मैच में भारतीय टीम के हर गेम प्लान को फेल किया और 7-2 से जीत दर्ज की। नीदरलैंड्स इस फॉर्मेट का पहला वर्ल्ड चैंपियन बना। एफआईएच ने पहली बार इस फॉर्मेट में वर्ल्ड कप का आयोजन किया था।
नीदरलैंड्स ने पहले ही हाफ में बना ली थी 6-0 की लीड
मैच के तीसरे मिनट में ही नीदरैंड्स की तरफ से पहला गोल दागा गया। वहीं इसके दो मिनट बाद भी नीदरलैंड्स ने इस लीड को 2-0 कर लिया। पहला हाफ खत्म होने से सात मिनट पहले ही नीदरलैंड्स ने तीसरा गोल भी दाग दिया। भारतीय डिफेंस की मेहनत बेकार होती दिखाई दी। भारतीय खिलाड़ी पॉजेशन हासिल करने में संघर्ष करते दिखाई दिए। भारतीय डिफेंसर के पास नीदरलैंड्स के अटैक का जवाब नहीं था। भारतीय खिलाड़ियों ने नीदरलैंड्स के गोल पर अटैक किए लेकिन उन्हें गोल में नहीं बदल पाई।
भारतीय टीम दूसरे हाफ में बेहतर पॉजिशन में नजर आई। उनका डिफेंस बेहतर नजर आया। भारत के लिए पहला गोल ज्योति छत्री ने दागा और टीम का खाता खोला। इसके बाज रुतुजा ने शानदार रिवर्स शॉट के साथ टीम के लिए दूसरा गोल दागा। इसके बाद दूसरे हाफ के आखिरी मिनट में रुतुजा एक और गोल दिया लेकिन रेफरी ने इसे गोल करार नहीं दिया। फाइनल हूटर के साथ ही नीदरलैंड्स ने भारत के वर्ल्ड चैंपियन बनने के सपने को भी तोड़ दिया।
भारत ने साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल में दी थी मात
भारतीय महिला टीम ने इसे पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका पर 6-3 की रोमांचक जीत दर्ज करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। अक्षता अबासो ढेकाले (सातवें मिनट), मारियाना कुजूर (11वें), मुमताज खान (21वें), रुतुजा दादासो पिसल (23वें), ज्योति छत्री (25वें) और अजीमा कुजूर (26वें) ने शुक्रवार रात हुए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के लिए गोल दागे। दक्षिण अफ्रीका के लिए टेशॉन डी ला रे (पांचवें), कप्तान टोनी मार्क्स (आठवें) और डिर्की चेम्बरलेन (29वें) ने गोल किये।