भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को यहां हॉक्स बे कप में आयरलैंड से पेनल्टी शूटआउट में 3-4 से हार गई और उसे टूर्नामेंट में छठे स्थान से संतोष करना पड़ा। दोनों टीमें निर्धारित समय तक 2-2 से बराबरी पर थी। आयरलैंड ने आक्रामक शुरुआत की और पहले क्वार्टर में ही दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिए। हालांकि भारतीय डिफेंस के अच्छे बचाव से वह इनका फायदा नहीं उठा पाई। भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वे इसे गोल में तब्दील करने में असफल रहे जिससे पहला क्वार्टर गोलरहित रहा।

आयरलैंड ने दूसरे क्वार्टर के चौथे मिनट में डेरड्रे डुके की बदौलत बढ़त हासिल की। नमिता टोप्पो के 25वें मिनट में किए गए गोल से भारत ने स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। तेजी से खेलते हुए दोनों टीमों ने बढ़त हासिल करने के लिए कई मौके बनाए। लेकिन भारतीय टीम को रानी के टखना मुड़ाने से काफी निराशा हुई। फिजियो उन्हें देखने मैदान के अंदर गए लेकिन रानी को बाहर लाना पड़ा। टीमें हाफ टाइम तक 1-1 से बराबरी पर थीं। आयरलैंड ने बचे हुए दो क्वार्टर में कई पेनल्टी कार्नर हासिल लिए लेकिन इनका फायदा नहीं उठा सकी।

भारतीय गोलकीपर सविता ने उनके किसी भी ड्रैग फ्लिकर को गोल नहीं करने दिया जिससे मुकाबला शूटआउट तक पहुंचा। दोनों टीमों ने शूटआउट में बढ़िया शुरुआत की। तीसरे शूटर पर आयरलैंड की अन्ना ओ फ्लानागान चूक गईं और स्कोर 2-2 था। पूनम रानी भी टीम का अगला शाट चूक गईं जिससे भारत ने बढ़त बनाने का मौका गंवा दिया। भारत बाद में एक और शाट से चूक गया और शूटआउट का परिणाम आयरलैंड के हक में रहा।

मैच के बाद मुख्य कोच नील हागवुड ने कहा कि हमने इस मैच में सुधरा हुआ प्रदर्शन किया। हम जिस टीम से टूर्नामेंट के शुरू में काफी बुरी तरह से हारे थे, हमने उसे बराबरी पर रखा और रोके रखा। अब हम इस अनुभव का इस्तेमाल रियो की तैयारियों के लिए करेंगे