गौतम गंभीर और इरफान पठान जैसे पूर्व क्रिकेटरों से लेकर प्रमुख टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना तक कई भारतीय खिलाड़ियों ने अज्ञात भीड़ द्वारा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों और प्रोफेसरों पर हमले को नाराजगी जाहिर की है। खिलाड़ियों ने इस तरह की घटना की निंदा भी की है। बता दें कि रविवार शाम लाठी-डंडों और हथियारों से लैस नकाबपोश पुरुष और महिलाएं जबरदस्ती जेएनयू कैंपस के अंदर घुस गए और उन्होंने हास्टल में रह रहे छात्रों और शिक्षकों को जमकर पीटा। साथ ही विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। यूनिवर्सिटी के भीतर अनियंत्रित हिंसा ने देशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया है। इसके खिलाफ कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
विश्व कप विजेता क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर ने ट्वीट किया, ‘विश्वविद्यालय परिसर में इस तरह की हिंसा पूरी तरह से इस देश के लोकाचार के खिलाफ है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विचारधारा या दिमाग किसका समर्थन करता है, छात्रों को इस तरह से निशाना नहीं बनाया जा सकता है। इन गुंडों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, जिन्होंने विश्वविद्यालय में प्रवेश करने की हिम्मत की है।’
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने कहा कि ऐसी घटनाएं देश की छवि बनाने में मदद नहीं करती हैं। उन्होंने लिखा, ‘कल जो जेएनयू में हुआ वह कोई सामान्य घटना नहीं है। विश्वविद्यालय परिसर के अंदर हॉस्टल में सशस्त्र भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है, इससे बुरा और क्या हो सकता है। #JNUViolence हमारे देश की छवि बनाने में मदद नहीं कर रहा है।’
इरफान इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) के कई छात्रों के घायल होने पर भी चिंता जता चुके हैं। तब उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप तो चलते रहेंगे लेकिन मैं और हमारा देश जामिया मिलिया के छात्रों को लेकर चिंतित है।’
फ्रेंच ओपन मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीत चुके रोहन बोपन्ना ने भी ट्वीट कर हमले की निंदा की है। उन्होंने हिंसा में शामिल लोगों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। भारत की डबल्स स्पेशलिस्ट शटलर ज्वाला गुट्टा और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी ट्वीट कर JNU हिंसा को लेकर चिंता जताई है।
What happened in JNU yesterday is not a regular incident.
Students being attacked by armed mob inside University campus, in hostels, is as broken as it can get. This isn’t helping our country’s image #JNUViolence— Irfan Pathan (@IrfanPathan) January 6, 2020