चेक बाउंस मामले में नागपुर पुलिस ने पूर्व क्रिकेटर प्रशांत वैद्य को बुधवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह कार्रवाई उनके खिलाफ जारी गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट पर की। पुलिस अधिकारी ने बताया भारतीय टीम के लिए 90 के दशक में 4 वनडे मैच खेलने वाले प्रशांत वैद्य को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें निजी मुचलके पर जमानत दे दी।

बजाज नगर पुलिस स्टेशन के निरीक्षक विट्ठलसिंह राजपूत के हवाले से पीटीआई ने अपनी खबर में लिखा, ‘उन्होंने कथित तौर पर एक स्थानीय व्यापारी से स्टील खरीदा था और एक चेक जारी किया था जो बाउंस हो गया। इसके बाद व्यापारी ने नया भुगतान करने की मांग की।’ विट्ठलसिंह ने बताया, ‘क्रिकेटर ने कथित तौर पर भुगतान करने से इनकार कर दिया, इसलिए व्यापारी ने अदालत का रुख किया। अदालत की सुनवाई में शामिल न होने पर उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।’

हालांकि, जनसत्ता.कॉम ने जब इस संबंध में प्रशांत वैद्य से अधिक जानकारी लेनी चाहिए तो उन्होंने पूरे मामले को गलत बताया। प्रशांत वैद्य वर्तमान में विदर्भ क्रिकेट संघ की क्रिकेट विकास समिति के प्रमुख हैं। प्रशांत वैद्य पर पहले भी बैंक को करोड़ों रुपये का चूना लगाने का आरोप लग चुका है।

bhaskarhindi.com की खबर के मुताबिक, फरवरी 2019 में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रशांत श्रीधर वैद्य, उनके भाई प्रफुल और भाभी वर्षा के खिलाफ पांचपावली थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। प्रशांत, प्रफुल और वर्षा पर आरोप था कि तीनों ने बैंक ऑफ बड़ौदा को करीब 2.40 करोड़ रुपये का चूना लगाया। तब प्रशांत वैद्य विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष थे।

प्रशांत वैद्य का लंबा नहीं चला प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय करियर

बता दें कि प्रशांत वैद्य का अंतरराष्ट्रीय करियर बहुत छोटा था। उनका प्रथम श्रेणी करियर भी बहुत लंबा नहीं चला। प्रशांत वैद्य ने 1992-93 में रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया और 1996-97 सीजन के अंत तक उनका करियर लगभग खत्म हो गया था। हालांकि, करियर की शुरुआत में ही उन्हें एक बेहतरीन मध्यम गति का गेंदबाज माना जाने लगा था, खासकर तब जब उन्होंने चेन्नई में एमआरएफ पेस फाउंडेशन में कुछ समय बिताया।

भारत के लिए 4 वनडे ही खेल पाए प्रशांत वैद्य

प्रशांत वैद्य को 1994-95 में न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया था। उन्हें डुनेडिन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इसके बाद वह शारजाह में एशिया कप के लिए भारतीय टीम के साथ गए। वह भी उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ एक मैच खेलने का मौका मिला।

अगले सीजन में प्रशांत वैद्य ने शारजाह कप में दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के खिलाफ दो मैच खेले। हालांकि, इन 4 मुकाबलों के बाद उनका अंतरराष्ट्रीय करियर आगे नहीं बढ़ पाया। घरेलू सर्किट पर भी प्रशांत वैद्य उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में असफल रहे और बहुत जल्द ही परिदृश्य से पूरी तरह गायब हो गए।

भाषा इनपुट के साथ