ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने सीरीज में एक तरह से टेस्ट भारतीय टीम का ‘सूपड़ा साफ’ होने की भविष्यवाणी की है। उन्होंने यह भी कहा कि विराट कोहली एंड कंपनी एडिलेड टेस्ट में ही कुछ कर सकती थी। वह टेस्ट हारने के बाद उसने सीरीज में वापसी करने का मौका गंवा दिया है। हैडिन ने कहा कि एडिलेड में खेले गए दिन-रात्रि (डे-नाइट) मैच में आठ विकेट से करारी शिकस्त झेलने के बाद चार मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के लिए वापसी करना बहुत मुश्किल होगा।
हैडिन ने कहा कि भारतीय टीम के पास पहले टेस्ट में जीत दर्ज करने का शानदार मौका था। टीम हालांकि दूसरी पारी में अपने न्यूनतम 36 रन पर आउट हो गयी और ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से मैच अपने नाम कर बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। हैडिन ने एसईएन रेडियो से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि वे इस हार से उबर पाएंगे।’ ऑस्ट्रेलिया के लिए 66 टेस्ट खेलने वाले इस 43 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि एडीलेड में ऐसे हालात थे जिसमें भारतीय गेंदबाजों के मदद मिल रही थी।
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि टेस्ट मैच में जीतने का उनके पास एकमात्र मौका एडिलेड मे था। मुझे लगता है कि उनके गेंदबाजों की यहां की परिस्थितियां रास आ रही थीं। मुझे नहीं लगता कि अब वे वापसी कर पाएंगे।’ ऑस्ट्रेलिया के लिए 66 टेस्ट और 126 वनडे खेलने वाले हैडिन ने कहा, ‘आपको ब्रिसबेन में एक टेस्ट खेलना है जहां ऑस्ट्रेलिया को हराना काफी मुश्किल होता है। अगले दो टेस्ट मैचों में विकेट से हालांकि भारतीय टीम को मदद मिलेगी, लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा सकेंगे।’
भारतीय टीम ने 2018-19 में शानदार गेंदबाजी आक्रमण के दम पर ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर इतिहास रचा था लेकिन टीम इस बार अनुभवी इशांत शर्मा के बिना दौरे पर गई है। मोहम्मद शमी भी पहले टेस्ट में चोटिल होने के बाद पूरी सीरीज से हट गए हैं। हैडिन ने कहा, ‘पिछली बार भारतीय टीम के पास शानदार गेंदबाजी आक्रमण था। चोटिल शमी का स्थान भरने के लिए उनके पास विकल्प नहीं है।’
भारत 26 दिसंबर से शुरू होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। हैडिन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 3266 टेस्ट और 3122 वनडे रन बनाए। उन्होंने 34 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 402 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट में 4 शतक और 18 अर्धशतक लगाए। वहीं, वनडे में 2 शतक और 16 अर्धशतक लगाए। उन्होंने टेस्ट में 262 कैच लपके, जबकि 8 बार स्टम्प किया। वहीं, वनडे में 170 कैच लपके, जबकि 11 स्टम्पिंग की। टी20 इंटरनेशनल में यह आंकड़ा 17 कैच और 6 स्टम्पिंग का रहा।


