फीफा विश्व कप के ग्रुप-डी के पहले मुकाबले में अर्जेटीना के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी की पेनाल्टी रोकने वाले आइसलैंड के गोलकीपर हेंस थोर हैल्डोरसल ने कहा कि मेसी को गोल न करने देना उनके लिए सपना सच होने जैसा है। अर्जेटीना के खिलाफ हैल्डोरसल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को एक अंक दिलाया।फीफा की आधिकारिक वेबसाइट ने हैल्डोरसल के हवाले से बताया, “पेनाल्टी को बचाना मेरे लिए सपना सच होने जैसा है। खासकर इसलिए क्योंकि इससे हमें एक अंक प्राप्त हुआ जो ग्रुप स्तर से आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।”हैल्डोरसल ने कहा, “मैंने मेसी के पेनाल्टी की बहुत सारी क्लिप देखी जिससे मुझे यह एहसास हुआ कि वह मुझ से क्या उम्मीद कर रहे होंगे। मुझे लगा कि वह गेंद को मेरी दाईं ओर मारेंगे।” बता दें कि फुटबॉल खेलने से पहले हेंस थोर पार्ट टाइम फिल्म डायरेक्टर किया करते थे। हेंस ने पहली बार साल 2011 में देश के लिए फुटबॉल खेलना शुरू किया और 2012 में नार्वे के क्लब ‘एसके ब्रेन’ से जुड़े। उन्होंने फिल्मों से दूरी यह सोचकर बना ली थी कि अगर वो फुटबॉल में कामयाब नहीं होंगे तो वापस इस लाइन में आ जाएंगे।

आइसलैंड का अगला मुकाबला गुरुवार को नाइजीरिया से होगा। शनिवार को स्पार्टक स्टेडियम में ‘मेस्सी-मेस्सी’ के नारों को सुना जा सकता था लेकिन बार्सिलोना का यह सुपरस्टार उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका और दूसरे हाफ (65वें मिनट) में पेनल्टी को चूकने के बाद दर्शकों की निराशा साफ देखी जा सकती थी जिसका आइसलैंड के गोलकीपर ने शानदार बचाव किया।
हेंस इस गोल को रोकने से टीम के नायक बन गए क्योंकि टीम विश्व कप में अपने आगाज में पहले ही मैच में दुनिया की शीर्ष टीमों में शुमार टीम के खिलाफ अंक जुटाने में सफल रही। यह मैच निश्चित रूप से उनके लिए जीत जैसा ही होगा। पिछले विश्व कप की उप विजेता टीम उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी। टीम मिले मौकों का फायदा नहीं उठा सकी और उसके खिलाड़ियों में आक्रामकता की कमी दिखी।


