यूईएफए यूरो कप (Uefa Euro 2020) के दो क्वार्टरफाइनल मैच शुक्रवार (02 जुलाई) को खेले गए। पहले क्वार्टरफाइनल में स्पेन ने स्विट्जलैंड को पेनल्टी शूटआउट में हरा दिया। वहीं, दूसरे में इटली ने बेल्जियम को 2-1 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। मैच में इटली के लिए निकोलो बरेला और लोरेंजे इनसिने ने गोल दागे। बेल्जियम के लिए इकलौता गोल रोमेलू लुकाकू ने पेनल्टी से किया। स्पेन और इटली के बीच पहला सेमीफाइनल में 6 जुलाई (मंगलवार) को लंदन के वेम्बले स्टेडियम में होगा।

इटली लगातार 32वें मैच में नहीं हारा है। वह 9 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहा। पिछली बार 2012 में वह स्पेन के खिलाफ फाइनल में हारा था। इटली 1968 के बाद से अब तक यूरो कप नहीं जीता है। बेल्जियम की बात करें तो वह लगातार दूसरी बार क्वार्टरफाइनल में हारा है। पिछली बार 2012 में उसे वेल्स ने 3-1 से हरा दिया था। बेल्जियम की टीम 2018 में वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल भी हारी थी। उसकी मौजूदा टीम को गोल्डन जेनरेशन कहा जाता है। टीम में रोमेलू लुकाकू, केविन डी ब्रुइना, थिबाउट कोर्तवा और इडेन हेजार्ड जैसे स्टार खिलाड़ी हैं। एक बार उसका मेजर टूर्नामेंट जीतने का सपना टूट गया।

पहले क्वार्टरफाइनल में स्पेन ने बेहद तनाव और दबाव के बीच खेले गए मैच में स्विटजरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। स्पेन पिछले पांच मैचों में नियमित पेनल्टी पर गोल नहीं कर सका था जिनमें दो यूरो 2020 में चूके थे। इस मैच में भी अतिरिक्त समय में कई मौके गंवाए जिससे स्विटजरलैंड ने 1-1 से बराबरी करके मैच को पेनल्टी शूटआउट तक खींचा।

मैच में स्पेन के लिए पहला गोल आत्मघाती के तौर पर हुआ। स्विटजरलैंड के डेनिस जकारिया ने 8वें मिनट में गेंद को अपने ही गोलपोस्ट में डाल दिया। इसके बाद 68वें मिनट में शकीरी ने गोल कर स्कोर 1-1 से कर दिया था। स्विस टीम को 77वें मिनट में बड़ा झटका लगा। रेमो फ्रेउलर को रेड कार्ड दिखाया गया। उसके बाद टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेली। स्पेन 2008 और 2012 में यूरो चैम्पियन रह चुका है। वहीं स्विटरजलैंड इसी स्टेडियम पर 2018 विश्व कप के अंतिम-16 में स्वीडन से हारकर बाहर हुआ था।