इंग्लैंड ने श्रीलंका को टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी। इस सीरीज में बेन स्टोक्स की जगह इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज ओली पोप ने टीम की कमान संभाली थी। पोप की कप्तानी में टीम ने सीरीज तो जीत ली लेकिन डीआरएस के मामले में फिसड्डी साबित हुए। ऐसे में फैंस सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी को महेंद्र सिंह धोनी से क्लास की सलाह दे रहे हैं।

डीआरएस में सटीक होते हैं महेंद्र सिंह धोनी के फैसले

महेंद्र सिंह धोनी रिव्यू के मामले में ज्यादातर समय सही साबित होते हैं। धोनी के रिव्यू लेते ही कई बार अंपायर भी अपने फैसले को लेकर असमंजस में होते थे। कप्तान चाहे कोई भी हो रिव्यू के लिए हर कोई धोनी की ही ओर मुड़ता है। यही कारण है कि फैंस डीआरएस को धोनी रिव्यू सिस्टम कहने लगे। इसके ठीक उलट हैं ओली पोप।

ओली पोप का शर्मनाक डीआरएस रिकॉर्ड

टेस्ट फॉर्मेट में ओली पोप का डीआरएस रिकॉर्ड काफी शर्मनाक है। बतौर टेस्ट कप्तान उन्होंने 10 रिव्यू लिए हैं। 10 के 10 रिव्यू गलत साबित हुए। उनका डीआरएस में रिकॉर्ड 0 है। टेस्ट क्रिकेट में डीआरएस की भूमिका काफी अहम होती है। हर पारी में टीम को केवल दो ही रिव्यू मिलते हैं। अगर टीम का रिव्यू सही साबित होता है तो वह रिव्यू कायम रहता है लेकिन अगर वह गलत साबित होते हैं टीम को रिव्यू खोना पड़ता है। अंपायर्स कॉल होने पर भी रिव्यू कायम रहता है।

बल्ले से किया कमाल

ओली पोप भले ही डीआरएस के मामले में मात खा गए हो लेकिन उनका बल्ला जमकर बोला। उन्होंने तीन मैचों की छह पारियों में 191 रन बनाए। उन्होंने इस सीरीज में 154 रन की पारी भी खेली। पोप का यह सातवां टेस्ट शतक था और खास बात यह है कि यह सातों शतक अलग-अलग टीमों के खिलाफ आए हैं।

147 सालों में यह पहला मौका है जब किसी खिलाड़ी ने अपने पहले ही सात शतक 7 अलग-अलग देशों के खिलाफ बनाए हो। डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर जैसे बड़े-बड़े बल्लेबाज यह कारनामा नहीं कर सके।